Patna News : एजी ऑफिसर बन कर भोजपुर के पूर्व सिविल सर्जन से 14 लाख रुपये की ठगी

भोजपुर के पूर्व सिविल सर्जन से साइबर शातिर ने पेंशन संबंधित कागजात बनाने के नाम पर 14 लाख रुपये की ठगी कर ली है. शातिर ने एजी ऑफिस का अधिकारी बन कर इस ठगी को अंजाम दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 9, 2024 1:56 AM

पटना. भोजपुर के पूर्व सिविल सर्जन से साइबर शातिर ने पेंशन संबंधित कागजात बनाने के नाम पर 14 लाख रुपये की ठगी कर ली है. शातिर ने उन्हें बताया कि वह एजी ऑफिस से बोल रहे हैं और उनकी पेंशन संबंधित सारे कागजात उनके पास आये हैं. इसके बाद पूर्व सिविल सर्जन से ओटीपी मांग खाते से 14 लाख रुपये की निकासी कर ली. वह पटना के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र में रहते हैं. इस संबंध में उन्होंने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. उन्होंने बताया कि पेंशन से संबंधित डॉक्यूमेंट बनवाने के लिए सचिवालय में अप्लाइ किया था. वहां से कहा गया था कि दो-चार दिनों में आपका सर्टिफिकेट बन कर घर पर पहुंच जायेगा. इधर वह इसका इंतजार कर ही रहे थे कि अचानक छह दिसंबर को शातिर का कॉल आया.

फर्जी लाइफ सर्टिफिकेट भेज लिया भरोसे में लिया

शातिर की बातों पर पहले पूर्व सिविल सर्जन को भरोसा नहीं हुआ, तो उसने उन्हें फर्जी लाइफ सर्टिफिकेट वाट्सएप पर भेज दिया. यह देख उन्हें यकीन हो गया. इसके बाद शातिर ने जैसे-जैसे कहा वे करते चले गये. अंत में ओटीपी मांग कर खाते से कई बार 14 लाख रुपये निकाल लिये.

लगातार होने लगा ट्रांजेक्शन, तो हुआ शक

मामले की जानकारी तब हुई जब उनके खाते से लगातार लाख-डेढ़ लाख के ट्रांजेक्शन होने लगे. यह देख परिजनों को शक हुआ कि आखिर यह पैसा कट कैसे रहा है. जब तक वे बैंक में पता करते तब तक शातिर ने कई बार ट्रांजेक्शन कर खाते से 14 लाख रुपये निकाल लिये. आनन-फानन में वे बैंक जाकर खाता बंद करवाया और फिर साइबर थाना में लिखित शिकायत दर्ज करवायी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version