पटना : राजधानी पटना में 18 मार्च के बाद विदेश से आये 258 लोगों में से 162 की जांच पूरी करायी जा चुकी है. दीगर बात यह है कि इन सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी है. इससे प्रशासन व डॉक्टरों की टीम को काफी राहत मिली है. इसके साथ ही 258 में से 96 लोग फिलहाल पटना जिले के बाहर हैं. वहां उनकी जांच करायी जा रही है. बताया जाता है कि विदेशों से कुल 940 लोग पटना जिला में आये थे. लेकिन इनमें 682 लोग 10 मार्च से 18 मार्च के बीच में आये थे. हालांकि 14 दिन से अधिक होने के बावजूद इनमें किसी प्रकार की शारीरिक परेशानी नहीं होने के कारण जांच नहीं करायी गयी है. हालांकि इन पर निगाह रखी जा रही है और इन्हें होम क्वारेंटिन में रहने के निर्देश दिये गये हैं.
सीवान के एक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के साथ विमान से आने के क्रम में अगली सीट पर बैठे फुलवारी के तीन लोगों की पहचान की गयी थी. बुधवार को इन तीनों का सैंपल लिया गया. चूंकि ये तीनों अगली सीट पर थे, इसलिए एहतियात के तौर पर जांच करायी गयी है. इन तीनों के अलावा अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है, जो सीवान के यात्री के साथ पटना आये थे.
छपरा के कोरोना पॉजिटिव के इंग्लैंड से आने के बाद पटना के डाकबंगला चौराहे के समीप नारायण इंद्रसेन होटल में आकर रुकने के कारण वहां के कर्मी भी संदिग्ध हो गये थे. उन सभी की जांच करायी गयी. हालांकि बुधवार को आयी रिपोर्ट में सभी निगेटिव थे. उन सभी को कम-से-कम 14 दिन तक क्वारेंटिन रहने के निर्देश दिये गये हैं.
बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीज का चेन पटना जिले में टूट चुका है. पटना जिले में उसने न्यू बाइपास इलाके में स्थित शरनम हॉस्पिटल में इलाज कराया था. इसके कारण वहां के तीन कर्मी पॉजिटिव हो चुके थे. हालांकि सभी ठीक हो चुके हैं और घर जा चुके हैं. इसी प्रकार उसकी पत्नी व भतीजा भी स्वस्थ हो कर घर जा चुके हैं. फिलहाल मो सैफ से जुड़े तमाम लोग स्वस्थ हो चुके हैं और उससे जुड़ा कोई भी नया केस सामने नहीं आया है. इस कारण पटना जिला प्रशासन यह मान कर चल रहा है कि उसका चेन पूरी तरह टूट चुका है.