बिहार में नियोजित शिक्षकों के अनुभव प्रमाणपत्र की होगी जांच, हाइकोर्ट के आदेश पर जांच में आयी तेजी
हाईकोर्ट के आदेश पर निगरानी विभाग द्वारा नियोजित शिक्षकों के कागजात की जांच में तेजी लायी गयी है. दूसरे राज्य की डिग्री पर नौकरी प्राप्त करने वाले नियोजित शिक्षकों की कागजात की जांच संबंधित संस्थान से करायी जा रही है.
भभुआ. साल 2006 से 2008 तक अनुभव प्रमाण पत्र के वेटेज के लाभ लेकर नियुक्त हुए नियोजित शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र का संस्थान द्वारा जांच करायी जायेगी. अगर संस्थान द्वारा जांच के दौरान अनुभव प्रमाण पत्र गलत पाया जाता है, तो संबंधित शिक्षक का नियोजन रद्द करते हुए सेवामुक्त कर दिया जायेगा.
दो दर्जन से अधिक शिक्षकों की बनायी गयी है सूची
इधर, हाइकोर्ट के आदेश पर निगरानी विभाग द्वारा नियोजित शिक्षकों के कागजात की जांच में तेजी लायी गयी है. दूसरे राज्य की डिग्री पर नौकरी प्राप्त करने वाले नियोजित शिक्षकों की कागजात की जांच संबंधित संस्थान से करायी जा रही है. इसके साथ ही इसके साथ ही 2006 से 2008 तक अनुभव प्रमाण पत्र की डिग्री जमा कर वेटेज के आधार पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों का अनुभव प्रमाण पत्र जांच के लिए निगरानी विभाग द्वारा शिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है.
प्रमाण पत्र संबंधित संस्थान को भेज कर जांच करायी जायेगी
सूची तैयार के बाद अनुभव प्रमाण पत्र संबंधित संस्थान को भेज कर जांच करायी जायेगी. जिस शिक्षक का अनुभव प्रमाण पत्र फोल्डर में जमा नहीं है, वह अनुभव प्रमाण पत्र के वेटेज के आधार पर नौकरी पाये हैं. ऐसे शिक्षकों से अनुभव प्रमाण पत्र जमा करने के लिए निर्देश दिया गया है.
हाइकोर्ट के आदेश पर की जा रही जांच
गौरतलब है कि हाइकोर्ट के आदेश पर निगरानी विभाग द्वारा शिक्षकों की कागजात की जांच की जा रही है. जांच में दोषी पाये जाने पर चार दर्जन से अधिक शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. वहीं, अपनी स्वेच्छा से 106 शिक्षक से अधिक शिक्षकों ने त्यागपत्र दिया है. वहीं, फोल्डर जमा नहीं करने पर 61 पंचायत सचिवों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. अब विभाग संबंधित पंचायत सचिव जो नौकरी में है, उन पर प्रपत्र क गठित कर कार्रवाई करने में जुट गया है.
अनुभव प्रमाण पत्र पर शिक्षकों को नियोजन में चार नंबर मिला था वेटेज
वर्ष 2006 से 2008 में नियोजन के दौरान अनुभव प्रमाण पत्र देने वाले शिक्षकों को चार नंबर नियोजन में वेटेज मिला था. नियोजन के दौरान ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने साक्षरता सब पढ़े, सब बढ़े सहित सरकार द्वारा संचालित प्रथम पाठन योजनाओं में कार्य किये थे व उन्हें उनको प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ था. ऐसे अभ्यार्थियों को नियोजन में लाभ मिला. उसके आधार पर शिक्षक अपना नियुक्ति करा लिये व नौकरी कर रहे हैं.
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क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में जानकारी देते हुए निगरानी विभाग के कार्यालय में तैनात कर्मी गिरीशनाथ त्रिपाठी ने कहा कि निगरानी विभाग द्वारा दूसरे राज्य के प्रमाण पत्रों के साथ-साथ अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाये शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र की जांच संबंधित संस्थान से करायी जायेगी. अनुभव प्रमाण पत्र पर नौकरी पाये शिक्षकों की सूची तैयार करते हुए उनके प्रमाण पत्र को वेरिफिकेशन के लिए भेजा जायेगा.