BPSC 70th में UPSC पैटर्न पर पूछे जाएंगे 50 प्रतिशत सवाल, परीक्षा एक्सपर्ट से जानें तैयारी के टिप्स

BPSC 70th की तैयारी को लेकर प्रभात खबर संवाददाता अनुराग प्रधान ने पहले चरण की तैयारियों के मद्देनजर इस परीक्षा के विशेषज्ञ पूर्व डीएसपी डॉ अखिलेश कुमार से बात की, जो फिलहाल पटना साइंस कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं और छात्रों को सिविल सेवा के लिए मार्गदर्शन देते हैं. जानिए उन्होंने क्या बताया...

By Anand Shekhar | October 8, 2024 7:08 AM

BPSC 70th: बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा पिछले सप्ताह अब तक के इतिहास में 70वीं बीपीएससी परीक्षा के रूप में सबसे बड़ी बहाली का अधिसूचना जारी किया गया है. इस बार लगभग 2000 रिक्तियों के विरुद्ध बहाली होनी है, जिसमें बिहार प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा, वित्त सेवा जैसे प्रीमियर सर्विसेज के भी लगभग 500 सौ से अधिक सीटें हैं. अतः लंबे समय से अधिकारी बनने का सपना संजोये अभ्यर्थियों के लिए यह बहुत बड़ा मौका है.

आठ लाख से अधिक आवेदन की उम्मीद

जब इतनी बड़ी बहाली है तो स्वाभाविक है कि अभ्यर्थियों में काफी उत्साह है, लिहाजा इस बार 70वीं बीपीएससी में अभ्यर्थियों की संख्या के सारे रिकॉर्ड टूटेंगे. उम्मीद की जा रही है कि इस बार इस परीक्षा में छह से आठ लाख या उससे भी ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हो सकते हैं. परीक्षा तीन चरणों में ली जायेगी, जिसमें पहला चरण पीटी (प्रारंभिक परीक्षा) का होगा, दूसरा चरण मुख्य परीक्षा का होगा और अंतिम चरण साक्षात्कार का होगा.

इस बार 40-50 प्रतिशत प्रश्न यूपीएससी पैटर्न पर पूछे जायेंग

डॉ अखिलेश ने विस्तार से इस परीक्षा की तैयारियों के मद्देनजर बारीक पहलुओं के बारे में बताया जो निम्नवत है. सबसे पहले उन्होंने बताया कि 70वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा में कुल 150 ऑब्जेक्टिव प्रश्न होंगे जो 11 विभिन्न सेक्शंस जैसे इतिहास, भूगोल, पॉलिटी, इकोनॉमिक्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी, आइटी, बिहार स्पेशल, करेंट अफेयर्स तथा मेंटल एबिलिटी से आयेंगे. परीक्षा में एक तिहाई नेगेटिव मार्किंग भी रहेगा. चूंकि इस बार अभ्यर्थियों की संख्या काफी रहेगी अतः आयोग की तरफ से इशारा किया गया है कि परीक्षा अलग-अलग चरणों में ली जायेगी.

कदाचार रोकने हेतु आयोग की तरफ से यह भी इशारा किया गया है कि अलग-अलग जिलों के परीक्षा केंद्रों के लिए प्रश्न पत्रों के अलग-अलग सेट्स होंगे. डॉ अखिलेश बताते हैं कि इस बार का पीटी अभ्यर्थियों के लिए काफी चैलेंजिंग होने वाला है. क्योंकि अब परीक्षा के पैटर्न में भारी बदलाव हुए हैं और इस बार लगभग 40-50 प्रतिशत प्रश्न अर्थात् 60 से 75 प्रश्न यूपीएससी पैटर्न (स्टेटमेंट व मैचिंग आधारित) पर आने की संभावना है.

आयोग की तरफ से प्रश्नों के स्तर में भी बढ़ोतरी के स्पष्ट संकेत हैं. ऐसे में अभ्यर्थियों को यही सलाह हैं कि वे सिर्फ फैक्ट रटने के चक्कर में न रहें बल्कि कॉन्सेप्ट बिल्डिंग पर ज्यादा फोकस करें. इसके लिए उन्हें वन लाइनर किताबों, सार संग्रहों, पीडीएफ आदि को अवॉइड कर बेसिक टेक्स्ट बुक्स पर ज्यादा समय देना चाहिए.

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विभिन्न आयोगों के प्रीवियस इयर्स क्वेश्चंस को करें सॉल्व

शेष बचे समय में अभ्यर्थियों को अधिक-से-अधिक रिवीजन पर ध्यान देना चाहिए. अतः ऊपर वर्णित सभी ग्यारह सेक्शंस को विधिवत रिवीजन करना अभ्यर्थियों के लिए बेहतर और सुरक्षित रहेगा. किसी भी सेक्शन को ओवरलुक या इग्नोर करना बेहद खतरनाक साबित होगा. बाजारू टेस्ट सिरीज व प्रैक्टिस सेट के दुष्चक्र से उन्हें बचना चाहिए, क्योंकि वे अमूमन परीक्षा पैटर्न के समकक्ष नहीं होते हैं. प्रश्नों के अभ्यास के लिए विभिन्न आयोगों जैसे यूपीएससी, बीपीएससी, जेपीएससी, यूपीपीएससी, आदि के प्रीवियस इयर्स क्वेश्चंस को सॉल्व करना सबसे बेहतर विकल्प होगा.

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