पटना एम्स में महिला स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों ने किया मंथन फुलवारीशरीफ. एम्स पटना में विश्व स्तरीय मातृ भ्रूण चिकित्सा इकाई और अंतरराष्ट्रीय स्तर का उन्नत प्रजनन केंद्र की सुविधा जल्द मरीजों के लिए उपलब्ध हो जायेगी. इसकी जानकारी एम्स पटना के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग पटना चैप्टर पेरिनेटोलॉजी एंड रिप्रोडक्टिव बायोलॉजी (पीएआरबी) साइंटिफिक सोसाइटी के सहयोग से सोमवार को फेटोमीट नाम से आयोजित सीएमइ के दौरान दी गयी. सीएमइ कार्यक्रम, फेटोमीट में पूरे देश से उत्कृष्ट वक्ताओं और भ्रूण चिकित्सा विशेषज्ञों ने भाग लिया. इस सीएमइ का उद्देश्य विभिन्न स्क्रीनिंग परीक्षणों और सोनोग्राफी के साथ समय पर अजन्मे बच्चे में जन्मजात दोषों, चयापचय विकारों और गुणसूत्र विसंगतियों का निदान करने पर गहन चर्चा करना था. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एम्स पटना के कार्यकारी निदेशक और सीइओ प्रोफेसर डॉ गोपाल कृष्ण पाल ने भाग लिया. उन्होंने कहा कि एम्स पटना में प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग सुरक्षित मातृत्व और स्वस्थ भ्रूण सुनिश्चित करने व बांझ दंपतियों को संतान प्राप्ति की खुशी दिलाने के उद्देश्य से सभी महत्वपूर्ण मुद्दों को पूरा करेगा. डॉ इंदिरा प्रसाद, एडिशनल प्रोफेसर, प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग, एम्स पटना ने बताया कि मातृ-भ्रूण चिकित्सा के क्षेत्र में कौशल और बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की ओर ध्यान आकर्षित करने की तत्काल आवश्यकता है ताकि किसी भी प्रकार की विसंगतियों का शीघ्र पता लगाया जा सके और उचित प्रबंधन किया जा सके. उन्होंने बताया कि सीएमइ कार्यक्रम इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक छोटी सी पहल है. एम्स पटना में विश्व स्तरीय मातृ भ्रूण चिकित्सा इकाई और अंतरराष्ट्रीय स्तर का उन्नत प्रजनन केंद्र की सुविधा जल्द मरीज के लिए उपलब्ध हो जायेगा. एम्स में इस सुविधा के उपलब्ध हो जाने के बाद यहां के गरीब परिवार की महिलाओं को बेहतर इलाज के लिए इधर-उधर अस्पतालों में भटकना नहीं पड़ेगा.
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