बिहार में फेल डॉक्टर रेजिस्ट्रेशन करा मरीजों का कर रहे थे इलाज, CBI जांच में हुआ खुलासा
सीबीआई के मुताबिक इन परिसरों से विदेशी चिकित्सा स्नातक (एफएमजी) परीक्षा के फर्जी पास प्रमाणपत्र सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किये गये हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के उप सचिव सुनील कुमार गुप्ता ने सीबीआइ में यह मामला दर्ज कराया है.
विदेशों से डॉक्टर की डिग्री लेकर आये 74 अभ्यर्थी विभिन्न राज्यों के मेडिकल काउंसिल के फर्जी प्रमाणपत्रों पर अस्पतालों में प्रैक्टिस या नौकरी कर रहे हैं. इनमें से 19 डॉक्टर अभ्यर्थियों को बिहार मेडिकल काउंसिल ने भी प्रमाण पत्र दिया है. ये सभी अनिवार्य योग्यता परीक्षा फेल करने के बाद भी रजिस्टर्ड हो गये और मरीजों का इलाज कर रहे हैं.
मामले का खुलासा होने के बाद सीबीआइ ने बिहार मेडिकल काउंसिल समेत कई राज्यों के मेडिकल काउंसिल और सभी 74 डॉक्टर अभ्यर्थियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है. इस कड़ी में गुरुवार को सीबीआइ ने देश भर के 91 शहरों में विभिन्न राज्यों के मेडिकल काउंसिल और फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे अभ्यर्थियों के परिसरों को खंगाला गया. इनमें पटना सहित आठ शहर मुंगेर, भागलपुर, चंपारण, बेगूसराय, हाजीपुर, वैशाली और नालंदा बिहार के हैं.
सीबीआई के मुताबिक इन परिसरों से विदेशी चिकित्सा स्नातक (एफएमजी) परीक्षा के फर्जी पास प्रमाणपत्र सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किये गये हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के उप सचिव सुनील कुमार गुप्ता ने सीबीआइ में यह मामला दर्ज कराया है. बिहार मेडिकल रजिस्ट्रेशन काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ सहजानंद प्रसाद ने प्रभात खबर से बातचीत करते कहा कि यह दस साल पुराना मामला है. बिहार में अभी ऐसा कोई मामला प्रकाश में नहीं है.
यह धारा लगी है
फर्जी तरीके से डिग्री लिये या बिना परीक्षा पास किये देश में प्रैक्टिस कर रहे इन डाॅक्टरों के खिलाफ सीबीआइ ने 120 बी, 420, 467,468 और 471 धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की है.
अनिवार्य योग्यता परीक्षा फेल करने के बाद भी हो गये रजिस्टर्ड
सीबीआइ के मुताबिक विदेशी से मेडिकल ग्रेजुएट की डिग्री लेकर आने वाले डॉक्टरों को भारत में प्रैक्टिस करने के लिए एमसीआइ या स्टेट मेडिकल काउंसिल में अस्थायी या स्थायी पंजीकरण कराना होता है. इसके लिए उनको राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीइ) द्वारा आयोजित एफएमजीइ/स्क्रीनिंग परीक्षा पास करनी होती है. लेकिन, बिहार मेडिकल काउंसिल से रजिस्टर्ड इन 19 अभ्यर्थियों सहित सभी 74 अभ्यर्थियों ने अनिवार्य परीक्षा में फेल होने के बावजूद मेडिकल काउंसिल में रजिस्ट्रेशन करा लिया.
फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर डॉक्टर बने यह अभ्यर्थी देश भर के अस्पतालों में प्रैक्टिस या नौकरी कर रहे हैं. मामले की शिकायत पर सीबीआइ ने 21 दिसंबर 2022 को मामला दर्ज कर जांच शुरू की है. सीबीआइ का मानना है कि एनबीइ अभ्यर्थियों के साथ-साथ मेडिकल काउंसिलों को अपना रिजल्ट भेजता है. जब इन अभ्यर्थियों द्वारा फर्जी योग्यता प्रमाण पत्र प्रस्तुत किये गये थे, तो मेडिकल काउंसिल की एनबीइ द्वारा सीधे उन्हें भेजे गये रजिस्टर से इसे सत्यापित कर सकते थे.
देश के इन शहरों में भी हुई जांच
सीबीआइ के मुताबिक यह जांच दिल्ली, चंडीगढ़, अमृतसर, गुरदासपुर, भटिंडा, खन्ना, करनाल, सवाईमाधोपुर, नरवाना, हमीरपुर, शिमला, जम्मू, श्रीनगर, देहरादून, गाजियाबाद, गुवाहाटी, तेजपुर, इंफाल, सिक्किम, राजपुर, मुंबई, जयपुर, सीकर, विजयवाड़ा, वारंगल, तिरुनेलवेली, मदुरै, भोपाल, नागपुर, बुलढाणा, पुणे, जलगांव, बोकारो, विजाग सहित लगभग 91 स्थानों पर की गयी है.
इन पर सीबीआइ ने दर्ज करायी है एफआइआर
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अभ्यर्थी- पिता का नाम- पता – कहां से ली डिग्री – परिणाम
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चीयर्स सैमुअल, पिता चार्ल्स डेनियन रत्नाकर, पता- तमिलनाडु, 2007 में रसिया स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी से, फेल
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सुधीर कुमार, पिता रामविकास प्रसाद, पता- सोहसराय नालंदा, 2009 में यूटी रसियन फेडरेशन से, फेल
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विग्नेश वेल्लाकन्नु, पिता वेल्लाकन्नु, पता -तमिलनाडु, 2019 में सेंट पीट्सबर्ग विवि, 2021-22 में फेल, 2022-23 में अनुपस्थित
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शिब्ली सईद, पिता शाहजहां सईद, पता-बागमाली हाजीपुर, 2017 में आर्मेनिया से, फेल
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गोरला वेंकट राजा वेम्सी, पिता जी करूणाकर राव, पता-आंध्र प्रदेश, 2020 में चीन से, 2018 में फेल, 2020 में अनुपस्थित
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मो जावेद आलम, पिता मो अब्दुल्ला अंसारी, पता पश्चिम चंपारण, 2015 में त्रिभुवन से, फेल
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सुनीता सिन्हा, पिता नवल किशोर सिंह, न्यू पुनाईचक पटना, 2018 में यू गन्नन मेडिकल चीन, फेल
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मो शमीम फारूकी, पिता डॉ एमएच फारूखी, दरभंगा, 2018 में काठमांडु नेपाल, फेल
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अनवर तकवीम, पिता अनवर अली रजा, दिल्ली, आर्मेनिया से, फेल
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कुंजन कुमार शर्मा, पिता अवध किशोर शर्मा, पता- मुंगेर, डिग्री यूएसएसआर से, फेल
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राकेश कुमार गुड़ीमल्ला, पिता रवि सुधार गुड़ीमल्ला, वारंगल तेलंगाना, चीन से, फेल
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मनोज शंकर शर्मा, पिता अर्जुन प्रसाद शर्मा, पता मूसापुर कटिहार, चीन से, फेल
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अग्निदेव चौधरी, पिता सीताराम चौधरी, पता-बिहपुर भागलपुर, त्रिभुवनपुर से, फेल
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अरुणेश कुमार श्रीवास्तव, ब्रजनंदन प्रसाद श्रीवास्तव, रक्सौल पूर्वी चंपारण, यूएसएसआर से, फेल
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अभिनय आनंद, सुधीर प्रसाद सिंह, एफ 31, पीसी कॉलोनी, कंकड़बाग पटना, त्रिभुवन से, पहली बार फेल, दूसरी बार अनुपस्थित
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मनोज कुमार, पिता देशराज सिंह, पता- गाजियाबाद यूपी, आर्मेनिया से, फेल
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नीरज कुमार, पिता जगदीश सिंह, पता- बरौनी बेगूसराय, नाइजीरिया से, फेल
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मुकेश कुमार, पिता विनोद कुमार, पता- बोकारा झारखंड, रूस से, फेल
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धीरज कुमार सिंह, पिता- महेश प्रसाद सिंह मधुकर, पता महुआ वैशाली, यूएसएसआर से, कभी उपस्थित नहीं हुआ.