Gopalganj में फर्जी जीएसटी अफसरों की टीम ने ट्रक पर लगाया 75 हजार का जुर्माना, भेद खुला तो कागज फेंक कर भागे
Gopalganj में फर्जी जीएसटी अफसरों की टीम ने ट्रक पर 75 हजार का जुर्माना लगा दिया. हालांकि भेद खुला तो कागज फेंक कर सभी लोग भाग निकले.
संजय कुमार अभय/Gopalganj: आप कारोबारी हैं. हाइवे से अपना माल मंगा रहे, तो जरा ठहरिए. हाइवे पर जीएसटी अफसरों की फर्जी टीम पिछले छह माह से सक्रिय है, जो ट्रकों को रोक कर उनके कागजात को जब्त कर ले रहे हैं. बाद में पिपरा कोठी या अपनी सुविधा के अनुरूप किसी लाइन होटल पर बुलाकर मोटी रकम वसूल कर छोड़ दे रहे हैं. फर्जी अफसरों की यह टीम उपाध्याय, मिश्रा, बंसल बन कर मोटी रकम वसूलने में जुटी है. सोमवार की सुबह 11 बजे शहर के मंगल मार्वल वाले की ट्रक जेके 05 एम/ 7009 मोरबी, गुजरात से सिलचर जा रही थी. फर्जी अधिकारियों ने बथना कुट्टी के पास ट्रक को पकड़ा. चालक का कागज ले लिया.
90 हजार का फाइन होने की बात कही. ट्रक चालक ने इसकी सूचना अपने मालिक मंगल मार्वल के संचालक को दिया. उनके द्वारा फर्जी अधिकारी उपाध्याय को उनके मोबाइल नं 7052834724 पर संपर्क किया. उसके द्वारा पिपराकोठी में आकर संपर्क करने को कहा. जब पूछा गया कि आपके कार्यालय में टैक्स को जमा कर दे रहे तो वह डांटने लगा. व्यावसायी ने जीएसटी के सहायक आयुक्त प्रभात कुमार झा से संपर्क किया तो पता चला कि उपाध्याय की फर्जी टीम है. जब दोबारा व्यावसायी ने उपाध्याय से संपर्क कर हकीकत बताया तो वह कागज छोड़कर भाग निकला. पिपराकोठी आगे आने पर बताने की धमकी भी दी. व्यवसायी के द्वारा पुलिस कप्तान अवधेश दीक्षित को भी सूचना दिया गया है.
प्रतिदिन दर्जनों ट्रक चालकों को बना रहे शिकार
हाइवे पर बलथरी चेकपोस्ट से लेकर यूपी के बॉर्डर पर यह फर्जी सेल टैक्स (जीएसटी) अधिकारियों की टीम सक्रिय है. प्रतिदिन यह टीम दर्जनों ट्रक चालक व मालिकों को अपना शिकार बना ले रहे. बड़ी आसानी से फर्जी अधिकारियों की झांसे में आकर ले-दे कर मामले को रफा-दफा कर ले रहे है. आपका कागजात सही होने के बाद भी इन अधिकारियों के द्वारा कानून का धौंस जमाकर मोटी रकम वसूल ले रहे हैं. जिप्सी व स्कार्पियो लेकर हाइवे पर जहां-तहां खड़ा कर कर आसानी से वसूली कर रहे.
सेल टैक्स के अधिकारी भी परेशान
सेल टैक्स के अधिकारी भी इन फर्जी अधिकारियों से परेशान हैं. महीने में पांच से आठ शिकायत जीएसटी कार्यालय में भी पहुंच रही हैं, लेकिन कोई लिखित शिकायत नहीं कर रहा. जीएसटी के संयुक्त आयुक्त प्रभात कुमार झा ने बताया कि कई बार इसका शिकायत मिल चुका है. इससे पूर्व में डीएम व एसपी से भी शिकायत किया गया है. उनके स्तर से भी कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है. इसके अलावे कारोबारियों को भी अवेयर किया जा रहा है.
वाणिज्यकर विभाग ऐसे करता है जांच
- वाणिज्यकर विभाग की वाहन में कैमरा व जीपीएस लगा रहता
- वाणिज्यकर विभाग की टीम जांच में जब भी निकलती ऑनलाइन अपडेट करते
- ऑनलाइन एक-एक गतिविधियों की मुख्यालय से होती है निगरानी
- बगैर कैमरा के वाहन से अधिकारी जांच करने नहीं निकलते