पटना में ठगी के लिए सांसद और मेयर प्रत्याशी की फर्जी मुहर का हो रहा था इस्तेमाल, पुलिस ने किया गिरफ्तार

एमपी और मेयर प्रत्याशी की मुहर के बारे में शातिरों ने कहा कि वे लोग दस्तावेज सत्यापन के लिए मुहर का इस्तेमाल करते हैं. महाराष्ट्र के एमपी की मुहर का इस्तेमाल महाराष्ट्र के में बैंक खाता खुलवाने और सिम लेने के लिए किया जाता है और पटना में ऐसा करने के लिए माला सिन्हा की मुहर का इस्तेमाल करते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2022 12:19 AM

पटना के पत्रकार नगर थाने की पुलिस ने दो ऐसे साइबर शातिरों को गिरफ्तार किया है, जो महाराष्ट्र के सांसद श्रीरंग वारणे और पटना के मेयर प्रत्याशी माला सिन्हा की फर्जी मुहर इस्तेमाल कर लोगों से ठगी कर रहे थे. पुलिस ने दक्षिणी गोलंबर के पास एचडीएफसी बैंक की एटीएम की पास से साइबर फ्रॉड अंजीश कुमार और सूर्य प्रताप कुमार को गिरफ्तार किया. अंजीश मूलरूप से भोजपुर जिले का रहने वाला है और पटना में वह रामकृष्णा नगर इलाके में रहता है. वहीं, सूर्य प्रताप मूलरूप से शेखपुरा जिले का रहने वाला है. पटना में वह गोपालपुर थाना के कछुआरा में रहता है.

दस्तावेज सत्यापन के लिए मुहर का इस्तेमाल करते हैं

मिली जानकारी के अनुसार एमपी और मेयर प्रत्याशी की मुहर के बारे में पूछताछ करने पर शातिरों ने कहा कि वे लोग दस्तावेज सत्यापन के लिए मुहर का इस्तेमाल करते हैं. महाराष्ट्र के एमपी की मुहर का इस्तेमाल महाराष्ट्र के इलाके में बैंक खाता खुलवाने और सिम लेने के लिए किया जाता है और पटना में ऐसा करने के लिए माला सिन्हा की मुहर का इस्तेमाल करते हैं. यह गिरोह केवाइसी अपडेट कराने, लॉटरी लगने, लक्की विजेता बनने, सर्वे करने के नाम पर ठगी करता है. मिली जानकारी के अनुसार यह गिरोह पिछले पांच साल से ठगी कर रहा था. नालंदा, नवादा और अन्य जिलों में रहकर गिरोह ठगी का धंधा कर रहे थे, लेकिन अय्याशी करने के लिए सभी पटना में रहकर ठगी करने लगा.

पुणे के इंजीनियर ने नवादा के शातिर संग मिल बनाया गिरोह

दोनों ने बताया कि पुणे के इंजीनियर संदीप कुमार नवादा के शातिर संग मिल कर इस पूरे गिरोह को संचालित करता है. संदीप पुणे का ही रहने वाला है. एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि दो शातिरों को गिरफ्तार किया गया है. दो की तलाश में छापेमारी की जा रही है. साइबर शातिरों का यह गिरोह कदमकुआं के लोहानीपुर में किराए का फ्लैट लेकर देश भर में ठगी कर रहा है. इस गिरोह में लगभग 10 साइबर फ्रॉड है. दोनों शातिर 20 प्रतिशत की कमीशन पर गिरोह में काम करता है. पूछताछ में इन लोगों ने पुलिस को बताया कि नवादा के सरगना का एक व्यक्ति नवादा से पटना पहुंचा था. उसको दोनों ने सात लाख रुपये उपलब्ध कराये है. इन लोगों के बैंक ट्रांजक्शन का डिटेल भी पुलिस खंगाल रही है.

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क्या हुआ बरामद 

  • 36,500 कैश,

  • 18 मोबाइल,

  • बीएसएनएल व एयरटेल का 111 सिमकार्ड,

  • 19 डेबिट कार्ड,

  • पांच पासबुक,

  • दो चेकबुक,

  • तीन आधार कार्ड,

  • सोने की चेन,

  • हिसाब-किताब की पांच डायरियां

  • महाराष्ट्र के शिव सेना सांसद श्रीरंग वारणे और पटना की मेयर प्रत्याशी माला सिन्हा के नाम की गोल रबर मुहर

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