पटना: श्रम संसाधन विभाग में 2678 पदों पर नियुक्ति का झांसा देकर लोगों से पैसे ऐंठने का मामला सामने आया है. नक्कालों ने वेबसाइट बनाने में पूरी चालाकी बरती है. जिस www.bseds.in का पता दिया गया है, उसे खोलने पर मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और श्रम संसाधन मंत्री की तस्वीरें दिखती हैं.
बिहार सरकार के अधीन कंपनी का हवाला देते हुए इसका उद्देश्य भी बताया गया है. राज्य सरकार का लोगों और प्रबंध निदेशक के हस्ताक्षर से जारी विज्ञापन में स्टेनोग्राफर के 207, डाटा एंट्री ऑपरेटर के 1105 और चपरासी के 1366 पदों के लिए आवेदन मांगे गये हैं.
Also Read: Coronavirus In Bihar: राजधानी पटना में सिविल सर्जन कोरोना पॉजिटिव, संक्रमितों का आंकड़ा सात हजार के पार
आवेदन करने के नाम 500 रुपये जमा करने को कहा गया गया है. 80 शब्द प्रति मिनट टाइपिंग की क्षमता मांगी गयी है. एक साथ 2678 पदों पर नियुक्ति का आवेदन मंगाकर नक्कालों की कोशिश है कि इसके नाम पर लाखों आवेदन आये और करोड़ों रुपये ऐंठ लिये जाएं.
जिस एजेंसी के माध्यम से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की बात की गयी है, उसका नाम बिहार स्टेट एंप्लॉयमेंट एंड डेवलपमेंट सोसायटी मैनपॉवर एजेंसी बताया गया है. लेकिन, इसमें न तो कोई विज्ञापन संख्या है और न ही वेतन की जानकारी. संविदा या नियमित, यह भी जिक्र नहीं है. बिहार सरकार विज्ञापन निकालने के साथ ही समाचार पत्रों के माध्यम से उसकी जानकारी देती है. लेकिन, नक्कालों ने कोशिश की है कि पहली नजर में इसे देखने से कहीं भी नकल होने का एहसास नहीं हो.
विभाग में ऐसी कोई एजेंसी नही है और न ही विज्ञापन निकला है. मामले की जांच करायी जायेगी. बेरोजगारों को ठगने की यह कोशिश है. संबंधित विभाग में पता कर ही आवेदन करें, नहीं तो ठगे जायेंगे.
विजय कुमार सिन्हा, मंत्री, श्रम संसाधन विभाग.
Posted By : Thakur Shaktilochan Shandilya