पाल होटल अग्निकांड: पटना में बेटे ने मां की मौत का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाया, अमेरिका में किया 83 लाख का झूठा दावा
पटना के पाल होटल अग्निकांड मामले में एक हैरान करने वाली बात सामने आयी है. अपनी मां की मौत का फर्जी सर्टिफिकेट बनकार यूपी के युवक ने अमेरिका में झूठा क्लेम किया.
पटना जंक्शन के पास पाल होटल में इस साल 25 अप्रैल काे लगी भीषण आग में आठ लाेगाें की माैत हुई थी. इस मामले में यूपी के बरेली के सिविल लाइन के रहने वाले अंकित लाल ने अपनी 55 साल की मां सुमन लाल की इस अगलगी में माैत हाेने की बात कहकर अमेरिका की बीमा कंपनी नेशनल लाइफ ग्रुप, मौंटपेलियर, वीटी, 05602, यूएसए में 83 लाख का क्लेम कर दिया. क्लेम की जांच करने बीमा कंपनी के अधिकारी गिरीश नंदन पटना पहुंचे.
बीमा कंपनी के अधिकारी ने की पड़ताल
बीमा कंपनी के अधिकारी पटना के कोतवाली थाना गये. पटना, नगर निगम दफ्तर के साथ अग्निशमन के कार्यालय में जाकर सुमन लाल की इस हादसे में हुई माैत की जानकारी ली, लेकिन कहीं से भी यह पता नहीं चला कि अंकित लाल की मां सुमन लाल की इस घटना में माैत हुई थी. जांच में पता चला कि अंकित ने अपनी मां का मृत्यु प्रमाणपत्र फर्जी बनवाया था.
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घटना के बाद ही हो गयी थी मृतकों की पहचान
मिली जानकारी के अनुसार पाल होटल अग्निकांड में राजलक्ष्मी किस्कू, मिलोनी किस्कू, चंद्रकला कुमारी, दिनेश सिंह, राहुल कुमार, तेज प्रताप, रितेश कुमार, प्रियंका कुमारी की मौत हुई थी. घटना के तीन दिन बाद ही सभी मृतकों की पहचान कर ली गयी थी.
मृत्यु प्रमाण पत्र निकला फर्जी
जिला सांख्यिकी पदाधिकारी संजय सिन्हा ने बताया कि प्रथमदृष्टया यह डेथ सर्टिफिकेट फर्जी है, क्योंकि यह जब की घटना है, उस वक्त रजिस्ट्रार के पद पर गीता थीं, जिनका साइन नहीं है. पंजीकरण संख्या में जिस 90347 कोड का इस्तेमाल किया गया है, वह भी मैच नहीं कर रहा है. अंकित भारतीय मूल का है. वह एमबीए किया हुआ है. अमेरिका में किसी कंपनी में काम करता है. उसने मां के मृत्यु प्रमाण पत्र में अमेरिका का पता दिया है. उसने जाे पता दिया है, उसमें स्थायी पता लिखा है. 1310 एनडब्लू, नाइटाे पार्क वे अपार्टमेंट 306, पाेर्टलैंड, ओरेगाेन, 97209, यूएसए.
बेटे ने कबूला- दलाल से बनवाया था फर्जी सर्टिफिकेट
इस मामले में जब अंकित से बात की गयी, ताे उसने अपने काे अनजान बताया. फिर कहा कि किसी तरह मैनेज कर देना है. जब पूछा गया कि सुमन नाम की महिला की ताे इस अगलगी में माैत हुई ही नहीं है, ताे कैसे क्लेम कर दिया. बाद में उसने स्वीकार लिया कि फर्जीवाड़ा हुआ है. हमसे गलती हाे गयी. जब पूछा गया कि मृत्यु प्रमाणपत्र कैसे बनवाया, ताे उसने कहा कि दलाल से किसी ने बनवा दिया था.
जो सर्टिफिकेट दिया, उसमें काफी अंतर, फिर बैठ गयी जांच
गिरीश नंदन ने बताया कि क्लेम करने के बाद बीमा कंपनी ने अमेरिका की ओर से जारी सोशल सिक्योरिटी नंबर से इस शख्स के बारे में पड़ताल की. इसमें शादी और बच्चे के जन्म की तारीख में काफी अंतर पाया गया. गिरीश नंदन सुमन लाल के नाम से अमेरिका में इंडियन करेंसी से लगभग 83 लाख का बीमा है. इसी रकम काे लेने के लिए अंकित ने मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर दावा पेश किया है. अंकित ने क्लेम लेने के लिए पटना नगर निगम से मां का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा कर बीमा कंपनी काे दिया. उसमें सुमन की माैत की तिथि वही है, जिस दिन यानी 25 अप्रैल काे पाल हाेटल में आग लगी थी. पटना नगर निगम के रजिस्ट्रार, जन्म एवं मृत्यु कार्यालय से मृत्यु प्रमाण पत्र के निबंधन करने की तिथि दो मई, 2024 है, जबकि प्रमाणपत्र निर्गत करने की तिथि छह मई, 2024 है.