पटना.राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद ने कहा है कि लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण भी प्रधानमंत्री को राहत देने वाला नहीं है. कहा है कि अररिया और अन्य जगहों पर चुनावी सभाओं में उन्होंने जो भाषण दिये हैं, उसकी भाषा से ही उनके अंदर की बेचैनी का पता चल रहा है. अब 400 पार तो सपना है. बहुमत के लिए जरूरी 272 की जादुई संख्या भी हिमालय लांघने जैसा दिखाई दे रहा है. शिवानंद ने कहा कि पहले चुनाव से लेकर इस चुनाव तक कई प्रधान हमारे देश में बने, लेकिन इस चुनाव में प्रधानमंत्री ने जिस तरह की भाषा का प्रयोग किया है, वैसी भाषा का प्रयोग सत्ता जाने की आशंका को प्रत्यक्ष देखने के बाद भी किसी प्रधानमंत्री ने नहीं किया था. प्रधानमंत्री की भाषा को ही अगर थर्मामीटर की तरह इस्तेमाल किया जाए, तो स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री के भाषणों में सत्ता जाने का भय साफ सुनाई दे रहा है.
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