डाॅक्टरों में कोरोना निकलने से लोगों में भय, अस्पताल छोड़ भाग रहे हैं मरीज

राजधानी पटना में कोरोना संकट के दौर में अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में भारी गिरावट आयी है. हालांकि अनलाॅक शुरू होने के बाद अस्पतालों में मरीजों की संख्या में थोड़ा इजाफा भी हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 25, 2020 8:17 AM

पटना : राजधानी पटना में कोरोना संकट के दौर में अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में भारी गिरावट आयी है. हालांकि अनलाॅक शुरू होने के बाद अस्पतालों में मरीजों की संख्या में थोड़ा इजाफा भी हुआ है. लेकिन इन दिनों पीएमसीएच के गायनी विभाग में इलाज कराने पहुंचीं मरीज भी कोरोना के डर से भाग रही हैं. हाल यह है कि बीते तीन से चार दिनों में कई भर्ती महिला मरीज यहां से बिना इलाज पूरा कराये चली गयी हैं. उनके अंदर डर पैदा हो गया कि अगर यहां रहीं, तो उन्हें भी कोरोना हो सकता है.

हालांकि पीएमसीएच प्रशासन और विभाग ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कई जरूरी इंतजाम किये हैं. इसके बावजूद मरीजों का डर दूर होता नहीं दिख रहा है. अनलाॅक के बाद ओपीडी में जहां रोजाना 40 से 50 महिला मरीज आती थीं, वहीं यह संख्या अभी 20 से 30 हो गयी है. ओपीडी में कई महिला मरीज तो ऐसी भी पहुंच रही हैं, जो डाॅक्टरों के पास जाने में भी डर रही हैं. पिछले दिनों विभाग ने फिर से प्लांड ऑपरेशन करने का फैसला किया, लेकिन मरीज ही इसके लिए नहीं आयीं. हालांकि सभी सुरक्षात्मक उपायों के साथ प्रसव यहां हो रहा है और इमरजेंसी में इलाज भी हो रहा है.

आइसोलेशन में हैं पाॅजिटिव पायी गयीं डाॅक्टर : पीएमसीएच गायनी विभाग की पांच जूनियर डाॅक्टर रविवार को कोरोना पाजिटिव पायी गयी थीं. वहीं मंगलवार को भी एक जूनियर डाॅक्टर में कोरोना मिला था. इन सभी को आइसोलेशन में रखा गया है.

डाॅक्टरों का क्या कहना है ?

हो रहा है इलाज

यह सच है कि कोरोना के डर से हमारे यहां आने वाले मरीजों की संख्या में गिरावट आयी है. हम प्लांड आॅपरेशन करने के लिए तैयार हैं, लेकिन मरीज ही नहीं आ रही हैं. हम इलाज कर रहे हैं, यहां प्रसव, ओपीडी, इमरजेंसी की सुविधा चल रही है.

चंदेर किरण, एचओडी,

गायनी विभाग, पीएमसीएच

मरीजों की संख्या में आयी है गिरावट

कोरोना पाॅजिटिवों की संख्या तेजी से बढ़ी है. इसके कारण आम मरीजों में भी भय बना हुआ है. गायनी विभाग की कई डाॅक्टर पिछले दिनों पाॅजिटिव पायी गयी हैं. इसके कारण इस विभाग में आने वाले मरीजों की संख्या में गिरावट दर्ज की गयी है.

डाॅ बीके कारक, अधीक्षक, पीएमसीएच

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