Bihar Teacher: पटना. बहुत देर कर दी हुजूर आते-आते..समय किसी का इंतजार नहीं करता. वो अपनी गति से ही चलता है. यह बात बिहार की उस महिला से बेहतर कौन समझ सकता है, जिसे सबकुछ हासिल हुआ, लेकिन समय ने लेने कुछ नहीं दिया. ज्वाइनिंग लेटर मिलने के एक दिन बाद और ज्वाइनिंग से एक दिन पहले ही महिला शिक्षिका सेवानिवृत हो गईं. हैरान करने वाला यह मामला जमुई से सामने आया है. पूरे मामले पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी महेश कुमार ने बताया कि विभागीय नियमानुसार किसी शिक्षक की आयु 60 वर्ष पूरी होने के बाद उन्हें सेवानिवृति दी जाती है.
30 दिसंबर को मिला था विशिष्ट शिक्षक का नियुक्ति पत्र
जानकारी के अनुसार पूरा मामला खैरा प्रखंड की नियोजित शिक्षिका अनीता कुमारी का है. खैरा के प्लस टू हाई स्कूल शोभाखान में तैनात अनीता कुमारी ने साल 2006 में पंचायत शिक्षिका के तौर पर योगदान दिया था. 6 मार्च 2014 को टीईटी पास शिक्षिका के रूप में हाई स्कूल में योगदान दिया था. 30 दिसंबर को विशिष्ट शिक्षक के रूप में उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपा गया. ज्वाइनिंग लेटर लेने और देने की इस प्रक्रिया में शिक्षिका असमंजस में थीं कि वह नियुक्ति पत्र लें या नहीं लें.
एक जनवरी को देना था योगदान
1 जनवरी को उन्हें हाई स्कूल में योगदान करना था, लेकिन 31 दिसंबर को ही वह रिटायर हो गईं. रिटायर शिक्षिका अनीता कुमारी का कहना है कि 60 साल की उम्र में उन्हें सेवानिवृति मिली है. दुख इस बात का है कि 2024 में विशिष्ट शिक्षक की सक्षमता परीक्षा पास करने के बावजूद एक दिन भी विशिष्ट शिक्षक के रूप में काम नहीं कर सकीं. अनीता कुमारी की भी 60 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद स्वतः सेवानिवृत हो गई हैं. मंगलवार को स्कूल में एक समारोह आयोजित कर उन्हें विदाई दी गई है.
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