त्योहारों का सीजन प्रवेश करने के बाद बिहार से बाहर रहने वाले लोगों का अपने घर लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है. वहीं दीवाली और छठ के पहले बिहार लौटने वाले लोगों को ट्रेन में अब टिकट नहीं मिल पा रहा है. अधिकतर ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट अब लंबी हो गयी है.
तेजस राजधानी, संपूर्ण क्रांति सहित अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनों में कन्फर्म सीटें फूल हैं. 30 अक्तूबर के बाद ट्रेनों में वेटिंग की संख्या काफी है. नयी दिल्ली से राजेंद्र नगर तेजस राजधानी में तीन नवंबर को थर्ड एसी में 223 वेटिंग है. 30 अक्तूबर को 117, 31 अक्तूबर को 106, एक नवंबर को 112, दो 137 व चार को 50 वेटिंग है. टू एसी में 30 को 61, 31 को 49, एक को 46, दो को 67, तीन को 85 वेटिंग है. फर्स्ट एसी में सीट खाली नहीं है.
संपूर्ण क्रांति में स्लीपर में 30 अक्तूबर को 156, 31 को 188, एक नवंबर को 206, 2 को 289 वेटिंग,तीन को 391, थर्ड एसी में 30 को 98, 31 को 90, एक को 71, दो को 145, तीन को 140 वेटिंग है. टूएसी व फर्स्ट एसी में भी सीटें फूल है. श्रमजीवी एक्सप्रेस स्लीपर में 30 अक्तूबर को 82, 31 को 86, एक को 116,दो को 122, तीन नवंबर को 138, थर्ड एसी में 30 को 43, 31 को 36, एक को 23, दो को 42 व तीन को 57 वेटिंग है.
विक्रमशिला एक्सप्रेस में स्लीपर में 30 को 226, 31 को 194, एक को 307,दो को 408 व तीन को 357 वेटिंग है. थर्ड एसी, टूएसी में भी कंफर्म सीट फूल है. ब्रह्मपुत्र मेल में स्लीपर में 30 अक्तूबर को 161, 31 को 152, एक नवंबर को 171, दो को 238, व तीन को 343 वेटिंग है. थर्ड एसी में 30 को 58, 31 को 42, एक को 52, दो को 67 व तीन को 89 वेटिंग है.
Published By: Thakur Shaktilochan