आनंद तिवारी, पटना
कैंसर की दवाओं पर बजट में राहत भले मिली है, लेकिन इससे इतर ब्लड प्रेशर की दवा से लेकर पेन किलर समेत करीब दो दर्जन दवाओं की कीमत में इजाफा हो गया है. नये बैच की दवाओं की कीमत में 11 रुपये से लेकर 27 रुपये तक की बढ़ोतरी कर दी गयी है. इनमें बुखार, मधुमेह, एंटीबायोटिक, मल्टीविटामिन से लेकर खून पतला करने तक की दवाएं शामिल हैं. ऐसे में मरीजों को इलाज कराने पर अब ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे. जबकि जानकारों का कहना है कि पांच महीने पहले ही करीब 36 तरह की दवाओं की कीमत में 15 से 20 प्रतिशत तक इजाफा किया गया था.
कीमतों पर काबू पाने के सभी तरीके हुए फेल
ग्राहकों का कहना है कि कंपनियां लगातार दवा की कीमतों में इजाफा कर रही हैं. लेकिन कीमतों पर काबू पाने के प्रशासन के सभी तरीके फेल साबित हो रहे हैं. नतीजतन रोजमर्रा की दवाओं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. कपंनियों की ओर से बढ़ायी गयी कीमतों में सबसे अधिक बिकने वाली डाइजीन 100 एमएल सिरप 07 रुपये महंगा हुआ है. ब्लड प्रेशर की दवा 27 रुपये महंगी हो गयी है. बुखार की दवा जीराडॉल एमआर की कीमत में 11 रुपये का इजाफा हो गया है. जबकि फंगल व इन्फेक्शन के लिए दी जाने वाली इंटीजोल दवा की कीमत में सात रुपये की वृद्धि कर दी गयी है.
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केमिकल व दवा निर्माण के रसायन महंगा होने का देर रहे हवाला
बिहार ड्रगिस्ट एवं केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष पीके सिंह ने कहा कि कुछ माह पहले माल-भाड़ा ढुलाई और दवा निर्माण के इस्तेमाल में होने वाले केमिकल महंगे हुए हैं. इसके अलावा कुछ रसायन निर्माण में मामूली वृद्धि हुई है, इनका प्रयोग चंद दवाओं में होता है. इसके बावजूद कंपनियां कमाई के लालच में दवा की कीमतें बढ़ा रही हैं. इसी क्रम में दवा की पैकिंग बेहतर बनाने का कंपनियां प्रयास कर रही हैं. संभव है कि इसका असर होने की वजह से दवाओं की कीमत में इजाफा किया गया है.
इन दवाओं की कीमतों में हुआ इजाफा
दवा-पुरानी कीमत-नयी कीमतडाइजीन सिरप-168-175
रोसुवास 10 एमजी-312-339पेन -40 – 165 -170
एम्लोकाइंड एंटी-49-53जीराडॉल एमआर-108 -119
इंटीजॉल 0.25-67-74डीलीजिम एसआर- 191-210
(नोट : दवा कीमत प्रति पत्ता है. 100 एमएल सिरप के दाम प्रति बॉटल है)
ज्यादा दाम लेने पर पैसा होता है रिकवरी
पटना जिले के सहायक औषधि नियंत्रक चुनेंद्र महतो ने बताया कि दवाओं का रेट कंपनी व सेंट्रल स्तर पर तय होता है. वहीं तय रेट से अधिक कीमत की दवाओं को बेचना गलत है. ऐसा होता है, तो हमारे यहां से जांच के बाद पैसा रिकवरी कराया जाता है, साथ ही स्टोर संचालक पर कार्रवाई भी हो सकती है. गैर कानूनी काम करने वाले दुकानदारों पर लगातार हमारी टीम जाकर निगरानी कर रही है.