संवाददाता, पटना
सेवा इंडिया की ओर से जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री बीपी मंडल की जयंती मनायी गयी. इस अवसर पर बीपी मंडल की तस्वीर पर माल्यार्पण करने के साथ संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया गया. संगठन की ओर से सुप्रीम कोर्ट व हाइकोर्ट के न्यायाधीशों की नियुक्ति में आरक्षण और बिहार में विस्तारित आरक्षण को संविधान की नवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर सेमिनार आयोजित हुआ. मौके पर आरा के सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा कि आरक्षण को बचाने के लिए न्यायपालिका व सदन की लड़ाई के साथ-साथ सड़क पर भी मोर्चा बनाना पड़ेगा. कहा कि देश के किसानों ने आंदोलन का जो रास्ता दिखाया है, उस मार्ग पर आगे बढ़ कर बिहार के पिछड़ों के विस्तारित आरक्षण को बचाया जा सकता है. कार्यक्रम में सेवा इंडिया की पुस्तक ‘नेपथ्य के नायक खंड-2’ और ‘सामाजिक न्याय का घोषणा पत्र’ का विमोचन हुआ. कार्यक्रम के संयोजक अरुण नारायण ने ‘नेपथ्य के नायक खंड-2’ पुस्तक की चर्चा करते कहा कि यह साजिशन नेपथ्य में रखे गये नायकों को सामने रखने का उपक्रम है. रामनरेश यादव ने ‘सामाजिक न्याय का घोषणापत्र’ के प्रकाशन के उद्देश्यों पर कहा कि यह पुस्तक ओबीसी के सामाजिक न्याय की लड़ाई को धार देने में मददगार साबित होगी.
आरक्षण बचाने के लिए शिक्षित होना जरूरी : बीपीएससी के पूर्व सदस्य प्रो शिवजतन ठाकुर ने कहा कि देश में आरक्षण की सबसे बड़ी दुश्मन भाजपा है. आरक्षण की लड़ाई जीतने के लिए शिक्षित होना बहुत जरूरी है. पूर्व सांसद अली अनवर अंसारी ने कहा कि अगर मंडलवादी राजनीति शक्तियां एकजुट रहतीं, तो देश को फासीवादी दौर नहीं देखना पड़ता. कांग्रेस नेता चंदन यादव ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में सामाजिक न्याय आंदोलन व जाति गणना की लड़ाई मुखर ढंग से लड़ी जा रही है. शशि प्रभा ने कहा कि मानसिक गुलामी से मुक्त हो अंधविश्वास व पाखंड का त्याग कीजिए. सेवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ गोविंद सिंह, राष्ट्रीय संगठन प्रमुख डॉ वीसी यादव, प्रदेश अध्यक्ष संजय कुसुम पटेल, सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट अरविंद गुप्ता ने विचार रखे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है