भर दे झोली मेरी या मोहम्मद… पर झूम उठे श्रोता

मनेर. सुप्रसिद्ध सूफी संत हजरत सुल्तानुल मखदूम शेख कमालुद्दीन अहमद याहिया मनेरी व मखदूम शाह दौलत मनेरी रहमतुल्लाह अलेह की दरगाह के पास रविवार की शाम आयोजित सूफी महोत्सव में गायकों ने सूफियाना कलाम पेश की तो श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये.

By Prabhat Khabar News Desk | June 17, 2024 1:07 AM

मनेर

. सुप्रसिद्ध सूफी संत हजरत सुल्तानुल मखदूम शेख कमालुद्दीन अहमद याहिया मनेरी व मखदूम शाह दौलत मनेरी रहमतुल्लाह अलेह की दरगाह के पास रविवार की शाम आयोजित सूफी महोत्सव में गायकों ने सूफियाना कलाम पेश की तो श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये. तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा इलाका गूंज उठा. दिल्ली के आफरीन ग्रुप ने कार्यक्रम की शुरुआत सूफियाना कलाम छाप तिलक सब छीनी तोह से नयना मिलाइके..अल्लाह हू अल्लाह हू.. भर दे झोली मेरी या मोहम्मद…मौला मेरे मौला खोजते खोजते तुमको क्या से क्या हो गया हूं..पिया हाजी अली पिया हाजी अली ओ प्रसिद्ध शानदार प्रस्तुति से लोगो को मंत्रमुग्ध कर दिया. उधर सूफी महोत्सव को लेकर राज्य सरकार व पर्यटन विभाग के द्वारा मनेर दरगाह को रंग बिरंगे लाइटों से व बत्तियों से सजाया गया. रंगीन लाइटों से सजी दरगाह अपनी खूबसूरती को बिखेरती नजर आयी. इससे पहले कार्यक्रम का उद्घाटन सूबे के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान, मनेर विधायक भाई वीरेंद्र व नगर परिषद अध्यक्ष विद्याधर विनोद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. सूफी महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि मनेर सूफी संतों के यह नगरी भाईचारा का संदेश देती है. सूफी संतों के ही आशीर्वाद से ही बिहार चलता है. मनेर ऐसी जगह है जहां से सबसे पहले सूफिज्म के प्रचार प्रसार की शुरुआत हुई. साथ ही मंत्री ने कहा कि मनेर में पर्यटन व सुफिज्म की दृष्टिकोण से विकास में जो भी कमियां है मैं उसे पूरा करूंगा. मैं मनेर पहले से आता रहा हूं जुड़ा हूं इसलिए यहां की कमियों को दूर करने का भी कर्तव्य मेरा है. मौके पर डीएम शीर्षत कपिल अशोक, नगर परिषद उपाध्यक्ष शंकर यादव, सिटी एसपी अभिनव धीमान, एसडीओ प्रदीप सिंह, एएसपी दीक्षा, डीएसपी पंकज मिश्रा सहित कई लोग थे.

खाली कुर्सी देख भड़क गये विधायक भाई विरेंद्र

मनेर के विधायक भाई वीरेंद्र ने सूफी महोत्सव में खाली कुर्सियां को देखकर अपने संबोधन में अधिकारियों की जमकर खिंचाई की. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम के लिए हमने विधानसभा में मामले को उठाया था तब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां सूफी महोत्सव की शुरुआत करायी आप महज खानापूर्ति नहीं करें, प्रचार प्रसार की साफ कमी दिखाई दे रही है. प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं किया गया. आमंत्रण पत्र पर उद्घाटनकर्ता मंत्री, स्थानीय विधायक, सांसद, प्रथम व्यक्ति नगर परिषद अध्यक्ष का नाम भी नहीं है. सुधारने की जरूरत है ऐसे आयोजनों से भाईचारा प्रेम का संदेश जाता है.

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