पटना : पटना विश्वविद्यालय में अगस्त अंत तक स्नातक फाइनल इयर की परीक्षा हो सकती है. ये परीक्षाएं 21 जुलाई को होनी थीं. विश्वविद्यालय राजभवन की गाइडलाइन आ इंतजार कर है. हालांकि यूजीसी द्वारा सितंबर अंत तक सभी पेंडिंग परीक्षा लेने के गाइडलाइन को देखते हुए एग्जाम अगस्त अंत तक शुरू होंगे तभी सितंबर तक इसे पूरा किया जा सकेगा. इसी को आधार मानकर विवि चल रही है.
अगर यूजीसी इस बीच कोई और परिवर्तन शेड्यूल में नहीं जारी करता है तो पीयू अगस्त अंत तक एग्जाम करा लेगी. रजिस्ट्रार कर्नल मनोज मिश्र ने बताया कि उम्मीद है कि अगस्त अंत तक कम से कम फाइनल इयर एग्जाम विवि करा लेगी. उन्होंने कहा कि फाइनल इयर के ज्यादातर एग्जाम हो चुके हैं. हमें सिर्फ एक दिन चाहिये. पीजी फाइनल सेमेस्टर मई में होते थे उसे भी कराया जाना है, उसमें थोड़ा समय लग सकता है. फर्स्ट व सेकेंड इयर तथा टर्मिनल सेमेस्टर में थोड़ा ज्यादा समय लगेगा. छात्रों को प्रोमोट करने की मांग को लेकर उन्होंने कहा कि फर्स्ट इयर या सेकेंड इयर में अधिक दिक्कत नहीं है.
एनएसयूआइ की ओर से सोशल मीडिया पर स्पीक अप फॉर स्टूडेंट्स हैशटैग के साथ पूरे देश में छात्रों की बात सरकार तक पहुंचाने के लिए मुहिम चलाया जा रहा है. एनएसयूआइ बिहार के प्रदेश सचिव आदित्य राज सिल्टू ने कहा कि यूजीसी द्वारा हर 15-20 दिनों में नये-नये तारीख के साथ नयी गाइडलाइन जारी की जाती है, जिससे छात्र-वर्ग पूरी तरह असमंजस में है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के अंतराल में सरकार की किसी योजना या घोषणा में छात्र को लेकर जिक्र तक नहीं किया गया.
सरकार से विनम्र आग्रह है कि जल्द छात्रों की जिंदगी से खिलवाड़ किये बिना सारे छात्रों को नियमानुसार प्रोन्नति दे. साथ ही कॉलेजों की कम-से-कम छह माह की फीस माफ हो. दूसरी सबसे बड़ी समस्या रूम-रेंट की है. लगातार रूम मालिकों की ओर से रूम-रेंट के लिए डराया धमकाया जा रहा है. ऐसे में सरकार को जल्द-से-जल्द पीड़ित छात्रों के लिए रूम रेंट माफी को लेकर कड़ा कानून बनाना चाहिये.