अनुदानित अनाज में मिलावट करने को लेकर दो पर प्राथमिकी दर्ज
बाढ़. बेढ़ना गांव के पास स्थित गोदाम से बरामद मिलावटी चावल और रीपैकिंग के मामले में मार्केटिंग ऑफिसर शैलेश कुमार के बयान पर बाढ़ थाने में भदौर थाने में मामला दर्ज हुआ है.
बाढ़. बेढ़ना गांव के पास स्थित गोदाम से बरामद मिलावटी चावल और रीपैकिंग के मामले में मार्केटिंग ऑफिसर शैलेश कुमार के बयान पर बाढ़ थाने में भदौर थाने के दरबे गांव निवासी रौशन कुमार और लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा निवासी रजनीश कुमार के विरुद्ध धोखाधड़ी और खाद्य पदार्थ में मिलावट करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया गया है. दोनों को गिरफ्तार करने को लेकर पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है. इनके द्वारा अर्जित संपत्ति की जांच को लेकर भी कार्रवाई की जा रही है. ज्ञात हो कि इस मामले को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी शुभम कुमार ने छापेमारी कर गोदाम से 502 बोरा अनुदानित उसना चावल, 60 बोरा गेहूं, निम्न गुणवत्ता वाला चावल 105 क्विंटल, खाली 700 बोरा, सिलाई मशीन, तराजू, सीएमआर टैग बरामद किया गया था. मौके पर तीन ट्रक मिले थे जिसमें 502 बोरा उसना चावल एक ट्रक पर लोड पाया गया. जांच अधिकारी का कहना है कि रोशन और रजनीश मिलकर उसना चावल की मुनाफाखोरी करते हुए उसमें खराब चावल को मिलाकर सप्लाई करने का धंधा कर रहे थे. तिरुपति फूड प्रोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड हरनौत और दाहिता एग्रो फूड, चेरो सरमेरा नालंदा के टैग का गलत इस्तेमाल किया जा रहा था. सीएमआर चावल का अवैध भंडारण भी हो रहा था. गुणवत्ता नियंत्रक बाढ़ के द्वारा प्रमाण पत्र दिया गया है जिसमें कहा गया है कि 210 बोरी प्लास्टिक बैग में चावल आपूर्ति किया गया जो हाथ से पैक किया गया था. इसकी गुणवत्ता मानव उपयोग के लायक नहीं है. इस दौरान मजदूरों का भी बयान दर्ज किया गया है जिसमें साजन कुमार वाजिदपुर, सुकेश कुमार मुकीमपुर, बिजली पासवान बाजितपुर, सचिन कुमार शेखपुरा आदि ने कहा है कि उन्हें बाहर से आये चावल को रीपैकिंग के काम में लगाया जाता था. मौके पर जब्त दो रजिस्टर में खराब चावल खरीदने वाले स्थानीय प्रतिष्ठानों और अधिकारियों को अवैध कमीशन देने का ब्यौरा दर्ज है.
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