Hyderabad Fire Accident: अंदर भीषण आग और गोदाम का शटर भी बंद, बेबसी में बिहार के मजदूरों ने तोड़ा दम!
Hyderabad Fire Accident: हैदराबाद में कबाड़ी दुकान में लगी आग की चपेट में आकर 11 मजदूरों की मौत हो गयी. आधी रात को लगी इस आग ने किस तरह बेबसी में घेरकर मजदूरों की जान ली थी
Hyderabad Fire Accident: हैदराबाद के भोईगुड़ा में एक कबाड़ गोदाम में भीषण आग लग गयी. आग की चपेट में 12 मजदूर आ गये जिनमें 11 लोगों की मौत हो गयी. हैदराबाद में आग की घटना(Fire Accident In Hyderabad) ने बिहार को भी झझकोर कर रख दिया है. दरअसल, मृतक मजदूर बिहार के ही बताये जा रहे हैं. सभी मजदूर मेहनत मजदूरी करके रात को सोये ही थे. लेकिन उनके नसीब में आज का सुबह देखना नहीं लिखा था. दर्दनाक हादसे ने उन्हें मौत की नींद में सुला दिया. हादसे की कहानी की कल्पना घटनास्थल को देखकर ही की जा सकती है जो दिल दहला देने वाली हकीकत बयां कर रही है.
आधी रात गोदाम में आग का तांडव
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के भोईगुड़ा इलाके स्थित एक कबाड़ गोदाम में ये आग लगी. घटना मंगलवार देर रात की है जब अचानक इस गोदाम में आग की लपटें उठने लगी. देखते ही देखते आग ने भयावह रूप ले लिया. इसकी सूचना दमकल विभाग को मिली. समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, हैदराबाद के ज़िला कलेक्टर एल. शरमन ने बताया कि घटना सुबह 4 बजे की है और दमकल की टीम ने आग पर काबू पाया.
अंदर ही फंसे रह गये मजदूर
हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर सी.वी.आनंद ने बताया कि इस कबाड़ गोदाम में 12 प्रवासी मजदूर रहते थे. सुबह क़रीब 3:30 बजे आग लगनी शुरू हुई और देखते ही देखते आग ने भीषण रूप ले लिया और मजदूरों को अपनी चपेट में ले लिया. आग लगने की भनक केवल एक व्यक्ति को ही लग सकी और आनन-फानन में बाहर निकल पाया. उस मजदूर ने जान बचाने में कामयाबी पायी लेकिन अन्य सभी 11 मजदूर अंदर ही आग में झुलस गये.
आग लगने की घटना एक कबाड़ गोदाम में हुई, 12 प्रवासी मजदूर यहां रह रहे थे। सुबह क़रीब 3:30 बजे आग लगनी शुरू हुई, ज़्यादातर शव सोती हुई अवस्था में मिले हैं: हैदराबाद के भोईगुड़ा में आग लगने की घटना पर सी.वी.आनंद, हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर pic.twitter.com/v9qo4TibG5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 23, 2022
बंद था शटर, अंदर आग ने लील ली जिंदगी
कबाड़ी दुकान में लगी आग की घटना कितनी दर्दनाक है उसका अंदाज तसवीरों से लगता है. सभी मजदूर अंदर में ही घिरे रह गये और आग में झुलसकर उनकी मौत हो गयी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मध्य क्षेत्र के डीसीपी एम राजेश चंद्रा ने बताया कि मजदूरों के बाहर निकलने का एकमात्र रास्ता भूतल में कबाड़ की दुकान के माध्यम से था और इसका शटर दुर्भाग्यवश बंद था. सभी मजदूर आग से बचने के लिए इधर-उधर भागते रहे होंगे लेकिन उनके लिए जान बचाने का कोई विकल्प ही नहीं रहा होगा और सबकी जान चली गयी.
सिर्फ एक व्यक्ति को आग लगने का पता चल सका और वो बाहर निकल पाया। ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और मृतकों की संख्या बहुत ज़्यादा है। सभी मृतकों की उम्र 22 से 35 साल के बीच है: सी.वी.आनंद, हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 23, 2022
Posted By: Thakur Shaktilochan