Patna : दीघा में कुख्यात रवि गोप के भाई पर ताबड़तोड़ फायरिंग, चालक की मौत

दीघा में बाटा फैक्टरी के पास बुधवार की शाम बाइक पर सवार छह अपराधियों ने कुख्यात रवि गोप के भाई राजू गोप और चालक विकास कुमार को गोली मार दी. विकास की मौके पर ही हो गयी, जबकि राजू गोप की हालत गंभीर है.

By Prabhat Khabar Print | July 4, 2024 1:42 AM

संवाददाता, पटना : दीघा के रामजीचक में बाटा फैक्टरी के पास बुधवार की शाम तीन बाइक पर सवार छह अपराधियों ने कुख्यात रवि गोप के भाई राजू गोप और चालक विकास कुमार को गोली मार दी. विकास की घटनास्थल पर मौत हो गयी, जबकि राजू गोप की हालत गंभीर है. उसे पाटलिपुत्र स्थित रूबन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. विकास को तीन गोलियां लगी थीं, जबकि राजू के गर्दन के पास से एक गोली निकल गयी और दूसरी गोली पेट में लगी है. घटना का कारण आपसी और जमीन विवाद बताया जाता है. सूत्रों के अनुसार, स्थानीय लोगों ने बदमाशों की पहचान कर ली है, क्योंकि वे लोग आसपास के ही हैं. साथ ही सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में बदमाशों की तस्वीर सामने आ गयी है. उसके आधार पर पुलिस ने छापेमारी कर बदमाशों के दो करीबियों को उठाया है.

सड़क जाम कर हंगामा : घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने दीघा के रामजीचक के पास सड़क जाम कर दिया और हंगामा किया. हालांकि, पुलिस ने जाम को तुरंत हटा दिया. सूचना मिलने पर सिटी एसपी चंद्रप्रकाश, डीएसपी विधि-व्यवस्था दिनेश कुमार पांडेय के साथ ही दीघा थाने की पुलिस पहुंची. घटनास्थल से पांच खोखे बरामद किये गये हैं. देर रात तक दीघा थाने में हत्या का केस करने की प्रक्रिया की जा रही थी. सिटी एसपी चंद्रप्रकाश रूबन अस्पताल भी पहुंचे और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की.

विकास के साथ राजू जा रहा था किसी से मिलने :

बताया जाता है कि राजू ने विकास को फोन कर बुलाया और कहा कि उसे किसी से मिलने जाना है. इसके बाद विकास स्कॉर्पियो गाड़ी लेकर बाटा फैक्टरी पहुंचा. राजू बाटा ऑफिस से चार बजे निकला और गाड़ी में बैठ गया. इतने में ही तीन बाइक पर सवार छह अपराधियों ने घेर लिया और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. विकास को तीन गोलियां लगीं और उसने गाड़ी से निकल कर भागने की कोशिश की. लेकिन उसकी मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि राजू के पेट में एक गोली लगी और वह गाड़ी से निकल कर भागा. वह एक सीमेंट दुकान में घुस रहा था और उसे वहां पकड़ कर एक और गोली गले के पास मार दी. इसके बाद लोग जुटने लगे, तो सभी अपराधी फरार हो गये. खून से लथपथ राजू व विकास को लोगों ने रूबन अस्पताल लाया, जहां डॉक्टराें ने विकास को मृत घोषित कर दिया. वहीं, राजू के शरीर से दोनों गोलियों को निकाल दिया गया है. बाटा फैक्टरी के पास ही राजू व विकास के घर हैं.

बेऊर जेल में बंद है रवि गोप :

रवि गोप फिलहाल जेल में है और उसके बड़े भाई राजू गोप ने ही जमीन का कारोबार संभाल रखा था. विकास दीघा के रामजीचक स्कूल गली का रहने वाला था. उसके पिता रामरतन प्रसाद डाकबंगला चौराहा स्थित एक स्वर्ण दुकान में काम करते हैं. विकास दो भाइयों में बड़ा था. छोटे भाई का नाम गुड्डु है. राजू बाटा में अपने पिता की जगह पर काम करता है. दोनों की उम्र करीब 25 साल के आसपास है. राजू का भाई रवि गोप कई केसों में आरोपित रहा है. 50 हजार रुपये के इनामी रवि गोप को पुलिस ने वर्ष 2020 में अथमलगोला में एक शादी के मंडप से गिरफ्तार किया था. लेकिन उसे तीन दिनों में ही जमानत मिल गयी. किसी अन्य आपराधिक मामले में प्रोडक्शन वारंट नहीं रहने के कारण रवि गोप फुलवारीशरीफ जेल से आसानी से छूट गया. हालांकि, उसे फिर से वर्ष 2021 में गिरफ्तार कर लिया गया. यह फिलहाल बेऊर जेल में है और वहां से ही अपना ग्रुप बाहर चला रहा है.

16 दिन पहले विकास और राजू को मिली थी जान से मारने की धमकी :

सूत्रों का कहना है कि विकास और राजू को 16 दिन पहले दीघा के ही दीपक और विजेंद्र नाम के युवकों से बकझक हुई थी. उन लोगों ने जान से मारने की भी धमकी दी थी. विजेंद्र के पिता व ऑटो चालक करीब तीन माह पहले गायब हो गये थे. वह नहीं मिले थे. विजेंद्र यह समझता है कि विकास और अन्य ही उसके पिता को गायब करने में शामिल हैं. उस दौरान भी विजेंद्र और विकास के बीच में झगड़ा हुआ था. हालांकि वे दोनों घटना में शामिल हैं या नहीं, इस संबंध में जांच की जा रही है. साथ ही दीघा के सन्नी राय के साथ विवाद की बात सामने आ रही है. लेकिन इस हत्याकांड के पीछे का मूल वजह जमीन कारोबार का विवाद ही सामने आ रहा है. पुलिस को शक है कि जमीन के ही विवाद में रवि गोप के बजाय उसके भाई राजू गोप की हत्या करने की कोशिश की गयी है.

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