Patna : बिहार और झारखंड में ट्रेन में झपटमारी करने वाले पांच शातिर गिरफ्तार
बिहार व झारखंड में ट्रेन के अंदर व प्लेटफॉर्म पर सामान झपट्टा मार कर ले भागने वाले अंतराज्यीय गिरोह के पांच सदस्यों को पटना रेल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से छह मोबाइल फोन, चार घड़ियां, दो चाकू, पेचकस व आभूषण बरामद किये गये हैं. इन सभी को जहानाबाद के टेहटा स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया.
संवाददाता, पटना : बिहार व झारखंड के रेलखंडों पर ट्रेन के अंदर व प्लेटफॉर्मों पर सामान झपट्टा मार कर ले भागने वाले अंतराज्यीय गिरोह के पांच सदस्यों को पटना रेल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गये बदमाशाें में बख्तियारपुर के बरियारपुर निवासी कुंदन कुमार, जहानाबाद के टेहटा निवासी रितेन राज व बिट्टु कुमार, बख्तियारपुर के गायत्री मंदिर निवासी आकाश कुमार और धनबाद के धनसर के बरमसिया जेल के पास रहने वाले रौनक कुमार शामिल हैं. इन लोगों के पास से छह मोबाइल फोन, चार घड़ी, दो चाकू, पेचकस व आभूषण बरामद किया गया है. इन सभी को जहानाबाद के टेहटा रेलवे स्टेशन के पास घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया. इस गिरोह ने 30 मई को गया-मुगलसराय रेलखंड पर जाखिम स्टेशन के पास आसनसोल-मुंबई स्पेशल ट्रेन को एसीपी कर यात्रियों के गले से सोने की चेन, पर्स, मोबाइल फोन आदि झपट्टा मार कर ले भागे थे. ये बदमाश चोरी व छिनतई के सामानों को बेच कर मिले पैसे से अय्याशी करते थे और आइफोन खरीदा था. रेल एसपी एएस ठाकुर ने बताया कि 2022 में दुरंतो एक्सप्रेस लूट की घटना और मार्च 2024 में कोठी-कामख्या एक्सप्रेस में हुई. घटना की कार्यशैली एक जैसी थी. इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि टेहटा रेलवे स्टेशन के समीप कुछ बदमाश अपराध की योजना बना रहे हैं. इसके बाद घेराबंदी कर पांच को गिरफ्तार कर लिया गया. यह गिरोह मूल रूप से मोकामा-बरौनी, मोकामा-पटना, पटना-गया, गया-धनबाद, गया-डीडीयू रेलखंड पर सक्रिय रहते हैं. गिरफ्तार रौनक धनबाद रेल मंडल क्षेत्र में गिरोह के सदस्यों को रहने-सहने के साथ ही सारा सपोर्ट करता था. जबकि गया-पटना रेलमंडल में बिट्टु कुमार गिरोह के सारा इंतजाम करता था. गिरोह का संचालन कुंदन व आकाश करता था. रेल एसपी ने बताया कि अपराध करने के लिए कुंदन को उसके पिता व घर के अन्य लोग प्रोत्साहित करते थे. सभी पूर्व में कई कांडों में जेल जा चुके हैं और इनके खिलाफ में में बिहार व झारखंड के विभिन्न रेल थानों में केस दर्ज हैं.
स्टेशन की बगल में किराये पर लेते थे कमरा, राउटर का करते थे इस्तेमाल
गिरोह का सरगना कुंदन है. वह पहले शराब का धंधा करता था. यह गिरोह स्टेशन की अगल-बगल में ही किराये पर कमरा लेता था. पुलिस से बचने के लिए कुंदन राउटर का इस्तेमाल करता था. राउटर से गिराेह के सभी लुटेराें के मोबाइल को वाइ-फाइ से जोड़ देता था. साथ ही सभी आपस में वाट्सएप से कॉल कर बात करते थे. ऐसा इसलिए करते थे, ताकि पुलिस उन्हें नहीं पकड़ पाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है