फिलहाल राज्य का हरित आवरण करीब 16 फीसदी है संवाददाता, पटना राज्य का हरित आवरण बढ़ाने और पर्यावरण के संतुलन के लिए मार्च 2025 तक करीब पांच करोड़ पौधे लगाये जायेंगे. इसकी कार्ययोजना की तैयारी चल रही है. पौधारोपण की मुख्य जिम्मेदारी पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की होगी. इस पौधारोपण में अन्य विभाग भी मदद करेंगे. फिलहाल राज्य का हरित आवरण करीब 16 फीसदी के आसपास है. राज्य की करीब 250 नर्सरियों में पौधे तैयार किये जा रहे हैं. जरूरत पड़ने पर अन्य नर्सरियों या दूसरे प्रदेशों से खरीद कर पौधे मंगाये जायेंगे. सूत्रों के अनुसार राज्य में पौधारोपण के लिए जीविका, एनटीपीसी, विभिन्न सरकारी संस्थाएं, विभिन्न गैर सरकारी संगठन सहित अन्य संस्थानों को भागीदार बनाया जायेगा. साथ ही इन सभी को पौधारोपण का लक्ष्य दिया जायेगा और पौधा उपलब्ध करवाने की संभावनाओं पर भी चर्चा होगी. इस अभियान में भागीदारी के लिए सभी संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक होगी. इसमें विस्तृत कार्ययोजना पर चर्चा कर पोधारोपण के बाद इसके रखरखाव को लेकर खास चर्चा होगी. इसका मकसद अधिक से अधिक पौधों को जीवित रखना है. कृषि रोडमैप में है प्रावधान राज्य के चौथे कृषि रोडमैप में अगले चार साल तक लगातार हर साल पांच करोड़ पौधारोपण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके तहत नदी तटों और सड़कों के किनारे भी पौधे लगाये जाने हैं. सभी सड़कों के किनारे पांच वर्ष से अधिक उम्र और 10 फुट से अधिक ऊंचाई वाले पौधे लगाने की तैयारी की जा रही है. वहीं अन्य जगहों पर करीब चार फुट की ऊंचाई वाले पौधे बहुतायत में लगाने की व्यवस्था की जायेगी.
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