दीपावली और छठ पर्व पर बिहार आने के लिए लोगों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. ट्रेनों में अभी से काफी भीड़ और वेटिंग चल रही है. छठ पर्व पर परदेसी अपने घर लौटने की तैयारी में हैं. लेकिन ट्रेनों में लंबी वोटिंग लिस्ट यात्रियों को परेशान कर रही है. कई ट्रेनों में तो रिजर्वेशन भी बंद हो गया. अब ऐसे में फ्लाइट की डिमांड बढ़ गई है. सभी लोग अपने घर पहुंचना छह रहे हैं ऐसे में अधिकतर विमान में सीट फुल हो गई हैं जिसमें बचीं भी हैं उनमें टिकटों के दाम आसमान छु रहे हैं.
इस बार दिवाली और छठ पूजा को लेकर फ्लाइट के दामों में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिल रही है. अभी से दिल्ली से पटना और दरभंगा के लिए किराया 145% तक बढ़ चुका है. ऐसे में लोगों को इस बार घर जाने के लिए अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. दिल्ली के अलावा भी देश के कई प्रमुख शहरों से पटना आने वाली फ्लाइट के किराये में बढ़ोतरी दिख रही है. दिल्ली पटना रूट पर जहां सामान्य दिनों में किराया 5000 रुपये के आस पास रहता है वहीं 22 अक्टूबर के लिए यह किराया 16000 तक पहुंच गया है. आने वाले दिनों में इसमें और बढ़ोतरी हो सकती है.
वहीं मुंबई से पटना के लिए आमतौर पर फ्लाइट का किराया 7500 के आस पास होता है. लेकिन दिवाली और छठ के दौरान इन्हीं फ्लाइट के टिकट के लिए 20000 हजार रुपये तक चुकाने पड़ रहे हैं. इसके साथ ही अन्य रूट जैसे बेंगलुरु-पटना, हैदराबाद-पटना, अहमदाबाद-पटना पर भी फ्लाइट के किराये में दोगुनी वृद्धि हुई है.
दिवाली-छठ में अक्सर विमानों का किराया बढ़ जाता है लेकिन इस बार की यह बढ़ोतरी बेतहाशा है. दरअसल ट्रेनों में टिकट नहीं मिलने की वजह से फ्लाइट के टिकट की डिमांड बढ़ जाती है. इसी वजह से किराये में वृद्धि होती है. इसके साथ ही लंबी दूरी की ट्रेनों में भारी वेटिंग होने की वजह से भी विमानन कंपनियां मुनाफा कमाने की कोशिश में लग जाती हैं.