Flood in Bihar, पटना : राज्य में बाढ़ग्रस्त जिलों की संख्या 16 हो गयी है. मधेपुरा और सहरसा जिलों में भी बाढ़ का पानी फैलने लगा है. सहरसा के चार और मधेपुरा के दो प्रखंडों समेत राज्य के 16 जिलों के 121 प्रखंडों की करीब 66 लाख की आबादी बाढ़ की चपेट में है़ 1379 सामुदायिक रसोई में करीब 10 लाख लोगों को भोजन कराया गया है. 3.75 लाख बाढ़पीड़ितों के खाते में छह हजार रुपये भेजे गये हैं.
अब तक कुल 225 करोड़ की रकम पीड़ितों के खाते में डाली गयी है. सूचना सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि गैर राशन कार्डधारी सुयोग्य परिवारों के लिए बनाये गये 23 लाख 38 हजार 990 नये राशन कार्ड में से अब तक 98 प्रतिशत यानी 22 लाख 90 हजार 903 राशन कार्ड वितरित कर दिये गये हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि पानी कम हो जाने से राहत शिवरों की संख्या आठ रह गयी है, जिनमें 12 हजार 202 लोग ठहरे हैं.
सूबे में कोसी, बूढ़ी गंडक, गंडक, बागमती, कमला, घाघरा, महानंदा और अधवारा नदियों का जल स्तर बुधवार को खतरे के निशान से ऊपर था. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बुधवार को कोसी नदी का जल स्तर खगड़िया जिले के बलतारा व कुरसेला में खतरे के निशान से ऊपर थी़ गंडक नदी का जल स्तर गोपालगंज के डुमरिया घाट व बूढ़ी गंडक लालबेगिया घाट, सिकंदरपुर, समस्तीपुर, रोसड़ा और खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर है़ बागमती नदी ढेंग ब्रिज में, रुन्नी सैदपुर, बेनीबाद और हायाघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी. कमला बलान का जल स्तर जयनगर और झंझारपुर रेल पुल के पास ऊपर था. अधवारा समूह की नदियां, महानंदा नदी व घाघरा नदियां भी लाल निशान के ऊपर थीं. इधर, गंगा नदी के जल स्तर में बक्सर, पटना के दीघा घाट व गांधी घाट में बढ़ोतरी दर्ज की गयी़