Flood in Bihar: बिहार में बाढ़ से 74 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित, राहत शिविरों में लोगों ने ली शरण

Flood in Bihar राज्य में बाढ़ से 16 जिलों के 74 लाख 19 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. कुल 125 प्रखंडों की 1232 पंचायतें प्रभावित हुई हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 10, 2020 6:36 AM

Flood in Bihar, पटना : राज्य में बाढ़ से 16 जिलों के 74 लाख 19 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. कुल 125 प्रखंडों की 1232 पंचायतें प्रभावित हुई हैं. प्रभावित इलाकों में अभी सात राहत शिविर चलाये जा रहे हैं, जिनमें 11 हजार 849 लोग रह रहे हैं. यह जानकारी रविवार को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव ने वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी. उन्होंने बताया कि 1,267 कम्युनिटी किचेन चलाये जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन नौ लाख 46 हजार 513 लोग भोजन कर रहे हैं.

सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में 33 एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत व बचाव का कार्य कर रही हैं. बाढ़ प्रभावित छह लाख 31 हजार 295 परिवारों के बैंक खाते में कुल 378.77 करोड़ रुपये जीआर की राशि अनुग्रह अनुदान के रूप में भेजी जा चुकी है. जल संसाधन विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार कोसी नदी में रविवार दोपहर 12 बजे तक एक लाख 66 हजार 625 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ. इसकी प्रवृत्ति बढ़ने की है.

कोसी नदी का जल स्तर बलतारा में खतरे के निशान से 1.93 मीटर ऊपर था. गंडक नदी का डिस्चार्ज एक लाख 34 हजार क्यूसेक था और इसकी प्रवृति स्थिर है. सोन नदी में 29 हजार 703 क्यूसेक जलस्राव प्रवाहित हुआ और इसकी प्रवृति बढ़ने की है. बागमती नदी का जल स्तर ढेंग, कटौंझा, बेनीबाद और हायाघाट में खतरे के निशान से ऊपर था. सोनाखान, डूब्बाधार और कंसार व चंदौली में जल स्तर खतरे के निशान से नीचे था. बूढ़ी गंडक नदी का जल स्तर सिकंदरपुर, समस्तीपुर रेल पुल, रोसरा रेल पुल और खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर था.

बता दें कि तटबंधों पर अत्यधिक दबाव बना हुआ है. कई जगह सीपेज व पाईपिंग की समस्या होने पर इंजीनियरों ने ठीक करवा दिया है. पिछले 24 घंटे में गंगा नदी के जल स्तर में बक्सर, भागलपुर और कहलगांव में वृद्धि हुई जबकि हाथीदह में जल स्तर स्थिर था. महानंदा नदी का जल स्तर झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर था. अधवारा नदी का जल स्तर सुंदरपुर में खतरे के निशान से 0.20 मीटर ऊपर था. सारण तटबंध, भैसही पुरैना छरकी, बंधौली शीतलपुर फैजुल्लाहपुर जमींदारी बांध, बैकुंठपुर रिटायर्ड लाइन और चंपारण तटबंध के क्षतिग्रस्त भाग को छोड़कर जलसंसाधन विभाग ने अन्य तटबंधों को सुरक्षित होने का दावा किया है.

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