बिहार में मूसलाधार बारिश की वजह से बेतिया के मैनाटांड़ प्रखंड क्षेत्र में पहाड़ी नदियां उफान पर हैं. प्रखंड से गुजरने वाली दोरहाम, बिरहा, ओरिया, कौड़ेना आदि नदियों के जलस्तर में काफी वृद्धि हुई है. उधर मानपुर थाना क्षेत्र के बिरंचि तीन गांव पर दोरहम नदी ने अपना कहर बरपाया है. मंगलवार की रात से बुधवार की दिन तक 15 लोगों का घर दोरहाम नदी के गर्भ में समा चुका है. वही एक मंदिर भी नदी में बह गया है.
बिरंची तीन के कालिपद दास, विमल मित्रा, हरि दास, अमल मंडल, नरोत्तम सोनार, अजय केसरी, प्रकाश सरकार, बागड़ विश्वास, बलम विश्वास, असीम दास श्यामल मित्रा, शिबू दास आशीष मंडल आदि का घर देखते-देखते दोरहम नदी में के गर्भ में समा गया है. जैसे तैसे घर के पुरुष, महिलाएं और बच्चे ने जो बच सका, जरूरत के सामान को बचा कर रखे और उसे ट्रैक्टर पर लादकर अपने सगे संबंधियों के यहां जाकर रहने पर विवश हैं
इधर, नेपाल के निकलने वाली लालबकेया नदी के जल ग्रहण क्षेत्रों में कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही हैं. उफनाती लालबकेया नदी बुधवार को खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. नदी के जलस्तर में वृद्धि को देख आसन्न बाढ़ के खतरे से नदी किनारे बसे लोग एवं किसानों को डर सताने लगा हैं.
लालबकेया व जान नदी के बाढ़ का पानी ढाका प्रखंड के कई गांवों में कहर बरपाती हैं. इधर जल निस्सरण प्रमंडल मोतिहारी के कार्यपालक अभियंता रणवीर प्रसाद ने बताया कि लालबकेया नदी का जलस्तर खतरे के निशान 71·15 मीटर से 25 सेंटीमीटर बढ़ कर 71·40 मीटर पर बह रही है. लालबकेया नदी के दाएं तटबंध गुआबारी बांध पर फिलहाल कोई खतरा नहीं है
Posted By : Avinish Kumar Mishra