पटना. गंगा का हर दिन जलस्तर बढ़ रहा है. इसके कारण बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले लोगों का जन जवीन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. इससे प्रभावित लोग अपना घर छोड़कर सामुदायिक भवन या सड़क किनारे रहने को विवश हो गए हैं.दियारा क्षेत्र में रहने वाले लोग भूखे प्यासे किराए की नाव के सहारे मवेशियों के साथ छोटे-छोटे बच्चों को लेकर पटना पहुंच रहे हैं. सीएम नीतीश कुमार भी शुक्रवार को बाढ़ का जायजा लिया और पटना में फिर सीनियर अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं.
बुधवार से मुजफ्फरपुर में हो रही बारिश के कारण लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. पानी से पहले से ही लबालब मुजफ्फरपुर में गुरुवार को हुए रिकॉर्ड 90 मिमी बारिश से शहर की स्थिति बद से बदतर कर दिया है. सिटी के हार्ट का कहा जाने वाला मोतीझील का नजारा देखकर यहां पर रहने वाले लोगों को भयभीत कर दिया है. पानी घर और दुकानों में घुस चुका है. इसके कारण दुकानों को बंद करनी पड़ी है.
मोतीझील में पिछले एक सप्ताह से पानी जमा हुआ है. इस इलाके की सभी नालियां भर चुकी है, जिसके कारण अब पानी घरों में घुस गया है. नाली और बरसात का पानी घरों में घुसने से घर में रहने वाले लोग परेशान हो गए हैं. लेकिन, इसके निकलने की कोई व्यवस्था नहीं रहने के कारण लोग परेशान हैं. दरअसल, शहर से पानी निकलने का जो मेन आउटलेट है, वह है फरदो नाला है. इसी नाला से होकर पानी की निकास होती है और परमानंदपुर चौर में जाकर गिरती है. बाढ़ और बारिश के कारण परमानन्दपुर चौर लबालब भर चुका है. फरदो नाला भी कई जगहों पर जाम है. इसी कारण जल निकासी नहीं हो रही है.
बाढ़ के कारण इन सड़कों पर परिचालन बंद
दरभंगा में हायाघाट से अशोक पेपर मिल पथ
दरभंगा हवाई अड्डा-बरही पथ
हाटी-पिपरा पथ
वाकरपुर-सुल्तानपुर-घंटहोटल-विंदगामा पथ
मोहिउद्दीननगर-हरैल बेरी-जौनपुर-बिंदगामा पथ
दलसिंहसराय से शाहपुर पथ
चकसिकंदर-करिहो चौक-मिर्जानगर पथ
पीरपैंती-डोमिनिया पथ
बेलवटिया जनता चौक से रघुनाथपुर पथ
बेलाहा से एनएच-38 ए रामगढ़वा पथ
एनएच-104 के दो हिस्से में , एनएच-327 ई के एक हिस्से में
खगडि़यामें जमालपुर जीएन बांध से झौआ, बहियार-अठसहिया-गोगरी बांध
आरा में बिहिया चौरस्ता से बरजा वाया करजा पथ
मोहनिया से घोसागोला पथ पर पानी, केशोपुर-गुंडी सड़क पर तीन फीट पानी