FM Radio: बेतिया, किशनगंज समेत 18 जिलों को मिले FM, सीमावर्ती मधुबनी जिले का सूची में नाम नहीं
FM Radio: बिहार में भी बेतिया, सीतामढ़ी और किशनगंज जैसे सीमावर्ती जिले में एफएम खोलने की अनुमति दी गयी है, लेकिन सांसकृतिक रूप से समृद्ध सीमावर्ती जिला मधुबनी का नाम सूची में नहीं है.
FM Radio: पटना. मोदी कैबिनेट ने बुधवार को देश के 234 नये शहरों में 730 प्राइवेट एफएम रेडियो शुरू करने को मंजूरी दे दी है. इनमे बिहार के 18 शहरों में 57 नये एफएम स्टशन खोले जायेगे. इनमें आरा (3), औरंगाबाद (3), बेगूसराय (3), बगहा (3), बेतिया (3), भागलपुर (4), बिहार शरीफ (3), छपरा (3), दरभंगा (3), गया (4), किशनगंज (3), मोतिहारी (3), मुंगेर (3), पूर्णिया (4), सहरसा (3), सासाराम (3), सीतामढ़ी (3) और सीवान (3) शामिल है.
अटल सरकार में ही हुआ था शिलान्यास
देश में कुल 730 एफएम रेडियो स्टेशनों में कई सीमावर्ती जिले के शहर हैं. बिहार में भी बेतिया, सीतामढ़ी और किशनगंज जैसे सीमावर्ती जिले में एफएम खोलने की अनुमति दी गयी है, लेकिन सांसकृतिक रूप से समृद्ध सीमावर्ती जिला मधुबनी का नाम सूची में नहीं है. बिहार के 18 जिले का नाम है, लेकिन मधुबनी जिले का नाम नहीं है. अटल सरकार में ही तत्कालीन सूचना प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मधुबनी में एफएम चैनल का शिलान्यास किया था.
नेपाली रेडियो चैनल पर लोगों की है निर्भरता
नेपाल बॉर्डर पर स्थित मधुबनी जिले में नेपाल से प्रसारित नेपाली और मैथिली भाषा के FM लोगों को सुनने को मिल रहा है. नेपाल से सटे इस जिले का सामरिक महत्व भी है. भारतीय एफएम चैनलों को यहां से अनुमति नहीं मिलने के कारण यहां के लोग उदास और नाराज हैं. लोगों का कहना है कि मैथिली भाषा की छोड़िये कम से कम यहां एक हिंदी भाषा का एफएम चैनल की शुरू हो जाता तो नेपाली एफएम का प्रभाव कम होता.