संवाददाता, पटना वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए गया, औरंगाबाद और कैमूर जिलों में जमीन को लेकर फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. अगले कुछ महीनों में इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू होने की संभावना है. साथ ही 2027 तक पूरा होने की संभावना है. एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन का फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं मिलने संबंधी लगातार शिकायतों के बाद पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने वन (संरक्षण एवं संवर्धन) अधिनियम, 1980 में संशोधन किया है. इससे फॉरेस्ट क्लीयरेंस की प्रक्रिया आसान हो गई है. फिलहाल वाराणसी से कोलकाता जाने में औसतन 15 घंटे लगते हैं. एक्सप्रेस-वे बनने के बाद यात्रा में करीब नौ घंटे लगेंगे. इस तरह करीब छह घंटे की बचत हो सकेगी.
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