पटना . पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने राज्य में बची हुई 295 जैव विविधता प्रबंधन समितियों के गठन का निर्देश पंचायती राज और नगर आवास विभाग को दिया है. अगले 15 वर्षों के लिए बिहार राज्य जैव विविधता रणनीति एवं कार्य योजना का सूत्रण किया जा रहा है. मार्च, 2025 तक फ्रेमवर्क डॉक्यूमेंट तैयार करने का लक्ष्य है. मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने यह बातें मंगलवार को जैव विविधता प्रबंधन समितियों, जैव विविधता विरासत वृक्ष सहित अन्य विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक में कहीं. इसका आयोजन पटना के अरण्य भवन में किया गया था. इसमें संबंधित अधिकारी मौजूद रहे.
इस बैठक में मंत्री डॉ प्रेम कुमार को जानकारी दी गई कि सभी स्थानीय शहरी और ग्रामीण निकायों में जैव विविधता प्रबंधन समितियों के गठन का कुल लक्ष्य 8885 है. इसमें पंचायती राज निकाय के तहत ग्राम पंचायत और पंचायत समिति व जिला परिषद अंतर्गत 8624 समितियां हैं. वहीं शहरी निकाय के तहत नगर पंचायत, नगर परिषद और नगर निगम में 261 समितियां प्रस्तावित हैं.
जैव विविधता प्रबंधन समितियों को क्रियाशील करने के लिए जिला मुख्यालय और अनुमंडल में अप्रैल 2025 तक एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन होना है. विलक्षण गुणों के कुल 1500 वृक्ष चिह्नित: जैव विविधता विरासत वृक्षों की घोषणा अंतर्गत प्रथम चरण में राज्य के विभिन्न जिलों से प्राप्त 15 हजार वृक्षों में से विलक्षण गुणों के कुल 1500 वृक्षों को चिन्हित किया गया है. सरकार से विरासत वृक्षों की पहचान, घोषणा और संरक्षण संबंधी दिशा-निर्देश जारी करने की प्रक्रिया चल रही है.
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