कैमूर. बुधवार को रामपुर के अकोढ़ी गांव के सूर्य मंदिर परिसर में भारत माला एक्सप्रेसवे निर्माण में किसानों से अधिग्रहीत भूमि के उचित मुआवजे को लेकर किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया. रामपुर प्रखंड के विभिन्न गांवों के पहुंचे किसानों के साथ हक दिलाने एवं उनके हक की लड़ाई लड़ने के लिए उनके साथ पूर्व कृषि मंत्री सह रामगढ़ राजद विधायक सुधाकर सिंह किसानों के हक में खड़े हो गये.
वहां सुधाकर सिंह ने कहा कि वर्षों संघर्ष के बाद भू अधिग्रहण का कानून बना, जिसमें किसानों को बाजार मूल्य से चार गुना अधिक मुआवजा देना है. संगोष्ठी के दौरान किसानों की सभी समस्याओं पर चर्चा की गयी और रणनीति तैयार कर मुआवजे को लेकर आंदोलन के लिए तत्पर रहने की बात कही गयी. इस दौरान सुधाकर सिंह ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे पर लिंक रोड भी नहीं बनाया जा रहा है.
सुधाकर सिंह ने कहा यह जो एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है, वह किसानों के लिए काम नहीं आने वाला है. इस पर पूंजीपतियों की मालवाहक गाड़ियां दौड़ेंगी. किसानों की लंबी लड़ाई के कारण तीन कृषि कानून रद्द हुआ है. ठीक उसी प्रकार कैमूर जिले के किसानों को भी अपने हक और मुआवजे के लिए एकजुट होकर लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा. आपके साथ मैं तैयार हूं. आप सभी किसानों की टीम बनाइए और गांव में जाकर लोगों को जागरूक करें. साथ ही कहा गया कि किसान नेता राकेश टिकैत का 25 फरवरी को चांद में, तो 26 फरवरी को भभुआ में आगमन किसानों के हक की लड़ाई लड़ने के लिए हो रहा है. इसलिए हजारों की संख्या में किसानों को उनका साथ देना होगा, तभी आपकी जीत होगी.
इस संगोष्ठी की अध्यक्षता किसान मोर्चा की जिलाध्यक्ष विमलेश पांडेय व संचालन रामपुर किसान संघर्ष मोर्चा के सचिव अनिल सिंह ने की. इस दौरान किसान संघर्ष मोर्चा के उपाध्यक्ष पशुपति नाथ सिंह, श्रवण पटेल, रामभवन दीक्षित, रिशु सिंह, सोनू सिंह, नन्हक सिंह, राजनाथ सिंह, राजू राय, शत्रुघ्न सिंह, छोटन राम, रामानंद चौबे, बबलू सिंह, तिलेश्वर दुबे समेत दर्जनों किसान उपस्थित रहे.