बिहार के पूर्व राज्यपाल एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सरदार बूटा सिंह का शनिवार को निधन(Buta singh death) हो गया. वे 86 साल के थे. सरदार बूटा सिंह करीब दो साल तक बिहार के राज्यपाल के पद पर रहे थे. उन्हें पांच नवंबर, 2004 को प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया था. इस पद पर वे 30 जनवरी, 2006 तक रहे. उनके निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. राज्य सरकार ने उनके निधन पर एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की.
अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व बूटा सिंह के रूप में देश ने एक वरिष्ठ नेता को खो दिया है. स्व बूटा सिंह ने बिहार के राज्यपाल एवं केंद्रीय मंत्रिमंडल में कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया था. वे गरीबों के उत्थान के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहे. उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्रों में अपूरणीय क्षति हुई है.
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है. विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भी शोक जताया है. उन्होंने कहा कि बूटा सिंह के निधन से राजनीतिक जगत को अपूरणीय क्षति हुई है.
सरदार बूटा सिंह के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. दोनों नेताओं ने कहा कि दिवंगत नेता में अद्भुत प्रशासनिक एवं राजनीतिक सूझबूझ थी. इसी कारण से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के वे नजदीक थे. उनके निधन से सामाजिक एवं राजनीतिक जगत को भारी क्षति हुई है.
Posted By: Thakur Shaktilochan