पूर्व विधायक अनंत सिंह बेऊर जेल से रिहा, बाढ़-पंडारक में हुआ स्वागत
घर से एके 47 राइफल की बरामदगी व अन्य केसों में हाइकोर्ट द्वारा बरी किये जाने के बाद पूर्व विधायक अनंत सिंह को शुक्रवार को बेऊर जेल से रिहा कर दिया गया. इसके बाद उन्होंने कि आइपीएस अधिकारी लिपि सिंह की भूमिका की सीबीआइ जांच हो.
संवाददाता, पटना/ बाढ़/पंडारक : बाढ़ के नदवां स्थित घर से एके 47 राइफल की बरामदगी व अन्य केसों में कोर्ट द्वारा बरी किये जाने के बाद पूर्व विधायक अनंत सिंह को शुक्रवार की सुबह 5:10 बजे बेऊर जेल से रिहा कर दिया गया. उन्हें लेने के लिए उनके बेटे अंकित व अभिषेक के साथ ही बड़ी संख्या में समर्थक पहुंचे हुए थे. मौके पर अनंत सिंह के बेटे अंकित कुमार ने कहा कि हमें कोर्ट पर भरोसा था. हमारे परिवार को विश्वास था कि पापा जेल से बाहर आयेंगे. भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं. इसके बाद वह सीधे अपनी गाड़ी में बैठ गये. इसके बाद उनका काफिला बाढ़ की ओर निकल गया. बुधवार को पटना हाइकोर्ट ने अनंत सिंह को एके 47 की बरामदगी और अन्य केसों में बरी कर दिया था.अनंत सिंह 25 अगस्त, 2019 से बेऊर जेल में बंद थे. एमपी-एमएलए कोर्ट ने उन्हें बाढ़ के नदवां स्थित पुश्तैनी घर से एके-47, हैंड ग्रेनेड मिलने और पटना के सचिवालय थाने के 1 माल राेड स्थित सरकारी आवास से बरामद बुलेट प्रूफ जैकेट व इंसास के सात मैग्जीन मिलने के केस में 10-10 साल की सजा दी थी.
बड़हिया महारानी मंदिर में की पूजा
रिहाई के बाद वह बाढ़ पहुंचे, जहां भुवनेश्वरी चौक के पास समर्थकों ने माला व अंगवस्त्र देकर स्वागत किया गया. समर्थकों से मिलने के बाद वह बड़हिया महारानी मंदिर पूजा पाठ करने के लिए रवाना हो गये. पंडारक में रुके, जहां समर्थकों ने फूल-माला से उनका स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने पंडारक स्थित प्राचीन सूर्य मंदिर में दर्शन किये.
आइपीएस लिपि सिंह के खिलाफ हो सीबीआइ जांच: अनंत सिंह
जेल से बरी होने के बाद अनंत सिंह ने आइपीएस अधिकारी लिपि सिंह पर हमला बोला. बाढ़ में उन्होंने कहा कि वह कोर्ट से बरी हो गये. इसका मतलब है कि आइपीएस लिपि सिंह दोषी हैं. उन्होंने लिपि सिंह के खिलाफ सीबीआइ जांच की मांग की. कहा कि वह बिहार सरकार और केंद्र सरकार से लिपि सिंह के खिलाफ जांच की मांग करते हैं. बिना किसी दोष के जीवन का कीमती समय जेल में कटा. इस दौरान उन्होंने राजद पर भी तीखा प्रहार किया. कहा कि उनको जब फंसाया गया, तो राजद के नेताओं ने एक शब्द भी नहीं बोला. तब ही मैंने ठान लिया था कि इसका बदला राजद से लेंगे. अगला विधानसभा चुनाव लड़ने पर कहा कि वह अभी क्षेत्र में घूमेंगे. पांच बार विधायक रह चुके हैं. जनता जैसा कहेगी, वैसा करेंगे. दूसरे को भी अवसर दिया जा सकता है. जदयू में शामिल होने की बात पर कहा कि अभी प्लान नहीं है. नीतीश और मोदी सरकार बेहतर काम कर रही है.
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