छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष ने दम तोड़ा, दीघा घाट पर हुआ अंतिम संस्कार

छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रंजीत कुमार यादव उर्फ दही गोप पटना के निजी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ते हुए हार गये.

By Prabhat Khabar News Desk | December 25, 2024 12:44 AM
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प्रतिनिधि, दानापुर छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रंजीत कुमार यादव उर्फ दही गोप पटना के निजी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ते हुए हार गये. मंगलवार की अहले सुबह इलाज के दौरान मौत हो गयी है. पुलिस ने शव को पीएमसीएच में पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया. रंजीत का शव मंगलवार की दोपहर उनके आवास पर पहुंचा. शव पहुंचते ही बहन व पत्नी समेत परिवार और आस-पड़ोस के लोगों की चित्कार से माहौल गमगीन हो गया. रंजीत के छोटे भाई अजीत का का भी रो-रोकर हाल बेहाल था. पेठिया बाजार आवास से शव यात्रा निकालकर पूरे नगर भ्रमण कराया गया. इस दौरान छावनी परिषद कार्यालय में शव यात्रा पहुंची, जहां परिषद के पदाधिकारी व कर्मियों ने पुष्प अर्पित कर नमन किया. दीघा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. रंजीत के बड़े बेटे तनिष ने नम आंखों से पिता को मुखाग्नि दी. शव यात्रा में हजारों के संख्या में समर्थक शामिल हुए. शव यात्रा में पूर्व सांसद रामकृपाल यादव, पूर्व मंत्री श्याम रजक, विधायक रीतलाल यादव, नप के उपमुख्य पार्षद प्रतिनिधि राजनाथ उर्फ राजू जायसवाल, राजद के प्रदेश महासचिव केडी यादव, पूर्व जिला पार्षद ओम प्रकाश यादव, सनोज यादव व संजय यादव, मो परेवज, रियाज अहमद आदि शामिल हुए. थानाध्यक्ष पीके भारद्वाज, रूपसपुर थानाध्यक्ष रणविजय कुमार, शाहपुर थानाध्यक्ष मनीष कुमार आनंद व पुलिस पदाधिकारी समेत पुलिस बलों की सुरक्षा व्यवस्था के साथ नगर में शव यात्रा निकाला गया. ज्ञात हो कि शनिवार की रात बाइक सवार आधा दर्जन अपराधियों ने छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रंजीत कुमार यादव उर्फ दही गोप को गोलियों से भून डाला था. हत्या के विरोध में तीसरे दिन भी बंद रहीं दुकानें छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रंजीत कुमार उर्फ दही गोप की मौत की सूचना के बाद मंगलवार की सुबह में थाने पर पुलिस चौकसी बढ़ दी गयी. विभिन्न थानों के पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल तैनात किये गये. तीसरे दिन मंगलवार को भी सदर बाजार, पेठिया बाजार, गांजा रोड, मच्छरहट्टा रोड की दुकानें बंद रहीं. दुकानदारों ने बताया कि तोड़फोड़ के डर से दुकानें बंद रखे हैं. दुकानें बंद रहने से करीब एक करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. रंजीत की हत्या के बाद नगर में दहशत का माहौल है. वहीं हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस कार्रवाई पर सवाल खड़ा हो गया है. थानाध्यक्ष ने बताया कि हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.

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