– कॉलेज की फोटो है
– 14 अगस्त को कॉलेज 74 साल का हो जायेगासंवाददाता,पटना
14 अगस्त को वीमेंस ट्रेनिंग कॉलेज की स्थापना के 74 साल हो जायेंगे. इस उपलक्ष्य में कॉलेज में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. साथ ही लंबे समय से हॉस्टल का इंतजार कर रही छात्राओं का इंतजार खत्म होने जा रहा है. 14 अगस्त को इसकी नींव रखी जायेगी. कॉलेज की प्राचार्या डॉ मुनव्वर जहां ने कहा कि यहां नामांकन लेने वाली छात्राएं बाहर से आती हैं, ऐसे में हॉस्टल नहीं होने की वजह से वापस चली जाती थीं. साल 2019 से लगातार हॉस्टल के लिए यूनिवर्सिटी में आवेदन दिया जा रहा था. अब जीप्लस टू बिल्डिंग का हॉस्टल बनाने के लिए तीन करोड़ पैसठ लाख रुपये का फंड जारी किया गया है. हॉस्टल अगले 15 महीने में बन कर तैयार होगा. अगले साल नये सत्र की छात्राएं 48 बेड वाले हॉस्टल में रहना शुरू कर देंगी. प्राचार्या ने आगे बताया कि कॉलेज में लाइब्रेरी तो है, लेकिन 2016 से लाइब्रेरियन का पद रिक्त है. इसके लिए कई बार पीयू को लेटर लिखा भी जा चुका है लेकिन कोई निदान नहीं निकला.1951 में स्थापित किया गया था कॉलेज
14 अगस्त, 1951 को इस कॉलेज की स्थापना हुई. कॉलेज की स्थापना बांकीपुर गर्ल्स हाइस्कूल पटना के छात्रावास में एक अस्थायी व्यवस्था के रूप में की गयी थी और सरकार ने कॉलेज के लिए उपयुक्त परिसर के लिए उचित धन स्वीकृत किया था. इसके तुरंत बाद, पटना के सभी सरकारी कॉलेजों और कुछ निजी कॉलेजों को पटना विश्वविद्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया. सरकारी कॉलेज होने के कारण वीमेंस ट्रेनिंग कॉलेज को भी पटना विश्वविद्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया. वर्ष 1976 में कॉलेज को बांकीपुर गर्ल्स हाइस्कूल से शिक्षा विभाग दरियापुर में स्थानांतरित कर दिया गया. उस समय एक ही कमरे में दो सत्रों में कक्षाएं संचालित की जा रही थीं. लगभग दो साल बाद कॉलेज को मगध महिला कॉलेज के पास स्थानांतरित कर दिया गया. छात्राओं का चयन कॉमन एंट्रेंस टेस्ट से लिया जाता है जिसे ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी आयोजित करती है. कॉलेज में 100 सीटों पर छात्राओं का नामांकन लिया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है