डॉक्टर के मकान व क्लिनिक पर कब्जा करने पहुंचे चार गिरफ्तार
पश्चिमी बाेरिंग कैनाल राेड में एलबी अपराजिता क्लिनिक पर कब्जा करने के लिए पहुंचे चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से दो बंदूकें, एकपिस्टल, एक रिवॉल्वर व 17 जिंदा कारतूस बरामद किये गये हैं.
संवाददाता, पटना : श्रीकृष्णापुरी थाने के पश्चिमी बाेरिंग कैनाल राेड में एलबी अपराजिता क्लिनिक के संचालक रिटायर्ड चिकित्सक डाॅ जगतानंद प्रसाद के मकान व क्लिनिक पर सोमवार को कब्जा करने के लिए पहुंचे चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इनमें परसा बाजार के रहीमपुर का संजीत कुमार, दीघा के यदुवंशी नगर का मंगरू कुमार और संजीत कुमार के प्राइवेट गार्ड अमलेश सिंह व परमजीत सिंह शामिल हैं. अमलेश और परमजीत मूल रूप से पंजाब के गुरुदासपुर के रहने वाले हैं. इन लोगाें के पास से दो लाइसेंसी दोनाली बंदूकें, एक लाइसेंसी पिस्टल, एक रिवॉल्वर, 17 जिंदा कारतूस, चार मोबाइल फोन आदि बरामद किये गये हैं. साथ ही पुलिस ने क्लिनिक का टूटा हुआ सीसीटीवी कैमरा भी जब्त कर लिया है. डाॅ जगतानंद के बयान पर इन चारों के खिलाफ में श्रीकृष्णापुरी थाने में केस दर्ज किया गया है.
बरामद किये गये हथियार हैं लाइसेंसी
सचिवालय डीएसपी टू साकेत कुमार ने बताया कि मामला जमीन के विवाद का है. डाॅ अंशुमान के मामा डाॅ संजय सहाय अमेरिका में रहते हैं. उन्हाेंने किसी बिल्डर काे इस मकान और जमीन का रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कर दिया है. वे लोग ही वहां पहुंचे थे. चार लाेगाें काे गिरफ्तार किया गया है. बरामद हथियार लाइसेंसी हैं. लाइसेंस रद्द कराने के लिए जिला प्रशासन को पत्र भेजा जायेगा.
हथियारों से लैस 50 लोगों ने कर दिया हमला : डॉ जगतानंद
डाॅ जगतानंद व उनके बेटे डॉ अंशुमान ने बताया कि हथियारों से लैस 50 लोग जबरन उनके क्लिनिक में सोमवार को दिन में घुस गये और हमला कर दिया. उन लोगों ने पिस्टल के बल पर सभी को बंधक बना लिया. उन्हें भी कमरे में बंद कर दिया और मारपीट की. जब उन्हें बचाने के लिए स्टाफ आये, तो उन लोगों से मारपीट की गयी और महिला स्टाफ से छेड़खानी की. साथ ही क्लिनिक में ताेड़फाेड़ की. गोली मारने की धमकी दी गयी और बाेरे में बंद कर गंगा नदी में फेंकने को कहा. इसी बीच सूचना मिलने पर पुलिस पहुंच गयी, जिसके कारण उनकी जान बची. डॉ अंशुमान ने बताया कि उनके पिता बिहार सरकार से रिटायर हुए हैं. 35 साल से क्लिनिक चल रहा है. एक माेबाइल नंबर से मेरे माेबाइल पर फाेन आया था और यह जानकारी दी गयी थी कि सोमवार को 40-50 लोग आपके क्लिनिक पर आयेंगे. इसके बाद सुबह ही डीजीपी आलाेक राज से मिलने के लिए उनके आवास पर गये. वहां से श्रीकृष्णापुरी थानाध्यक्ष को उन्होंने कॉल कर कानूनी रूप से आवश्यक कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया. इसके बाद वे लोग श्रीकृष्णापुरी थाना गये और वहां से क्लिनिक पर लौटे. इसी बीच वे लोग पहुंच गये और क्लिनिक में घुस गये. साथ ही सीसीटीवी कैमरा व डीवीआर को नुकसान पहुंचाया.
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