50 लाख की ज्वेलरी और 15 लाख कैश के साथ पटना से चार चोर गिरफ्तार
पटना और बाढ़ सहित कई इलाकों में लगातार चोरी की घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस के लिए चुनौती बन चुके गिरोह के चार सदस्य आखिरकार पकड़े गये.
सोने, हीरे और चांदी के जेवर सहित चोरी के कई सामान बरामद
प्रतिनिधि, फतुहा
पटना और बाढ़ सहित कई इलाकों में लगातार चोरी की घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस के लिए चुनौती बन चुके गिरोह के चार सदस्य आखिरकार पकड़े गये. पुलिस ने इनके पास से 50 लाख के गहने, 15 लाख से ज्यादा कैश सहित कई सामान बरामद किये हैं. सबसे खास बात तो यह है कि यह गिरोह दिन में ही चोरियां करता था. पटना के ग्रामीण एसपी विश्वजीत दयाल ने फतुहा एसडीपीओ कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 14 दिसंबर को बाढ़ थाना क्षेत्र में एक ही दिन कई घरों में लाखों की चोरी हुई थी. इसके बाद बाढ़ थाना अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में 13 सदस्यीय एसआइटी बनायी गयी. टीम ने तकनीकी सेल की मदद से 24 दिसंबर को पटना के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 50 के बनवारी चौक से 26 वर्षीय जावेद अली को गिरफ्तार किया. पुलिस ने जावेद अली के घर से एक नौ एमएम की पिस्टल, 7.65 एमएम की 12 गोलियां, एक खोखा, दो मैगजीन और चोरी के समान बरामद किये. उसके बयान पर इस चोरी के घटना में शामिल पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र के दर्जी टोला (सब्जीबाग) निवासी मो अफसर, मो शाहरुख और सुल्तानगंज के मो शमीर उर्फ सन्नी को गिरफ्तार किया गया. इनकी निशानदेही पर पटना के फतुहा, बाढ़ और नालंदा जिले के सोहसराय थाना क्षेत्र में चोरी के रुपये, जेवरात, बाइक व अन्य समान बरामद किये गये. इन लोगों के पास से नकद 15 लाख 30 हजार रुपये, 50 लाख के सोने, हीरे और चांदी के जेवरात, चार बाइक, ताला काटने के वाला कटर, पिलास, पेंचकश आदि बरामद किये गये हैं. गिरफ्तार तीनों चोरों ने बाढ़ के अलावा पटना, फतुहा, बख्तियारपुर और नालंदा जिले के कई इलाके में हुई चोरी की घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. मास्टरमाइंड राजा की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. पहले करते थे रेकी, फिर मिनटों में घर कर देते थे साफ
ग्रामीण एसपी ने बताया कि टीम ने तकनीकी सहयोग के साथ लगातार इस मामले की जांच की. कई दिनों तक पटना सिटी के क्षेत्र में संदिग्धों पर नजर रखी जा रही थी. मंगलवार की रात छापेमारी कर इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. एसपी ने बताया कि यह गिरोह दिन में ही वारदात को अंजाम देता था. वे पहले से ही घरों की रेकी कर लेते थे. फिर कुछ ही मिनटों में चोरी करके फरार हो जाते थे. गिरोह के सदस्य पहचान छिपाने के लिए हर बार बाइक का नंबर प्लेट बदल देते थे.
पुलिस टीम को किया जायेगा पुरस्कृत : ग्रामीण एसपी ने बताया कि इस मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जायेगा. छापेमारी में एसआइ नवनीत कुमार, अनुसंधानकर्ता मंटू कुमार शर्मा, मनीदर्शन, नितेश, मोनी कुमारी, सुधीर कुमार गुप्ता, मुकेश सिंह, देवदत्त कुमार, अमित, राजकुमार, गौतम और नरोत्तम कुमार शामिल थे.
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