बिहार में पटना से बेतिया तक करीब 173 किमी लंबाई में पेव्ड सोल्डर के साथ फोरलेन एनएच-139 डब्ल्यू सड़क का निर्माण होने जा रहा है. इस सड़क के निर्माण में करीब 5956 करोड़ की लागत लगने का अनुमान है. वहीं इस सड़क के निर्माण को पूरा करने की समय सीमा 2025 राखी गयी है. इस परियोजना में गंगा नदी पर जेपी सेतु के समानांतर करीब साढ़े पांच किमी लंबाई में नया फोरलेन केबल रोड ब्रिज भी शामिल है.
इस सड़क निर्माण परियोजना में पुल के अलावा चार अलग-अलग पैकेज में यह सड़क बनाई जा रही है. सड़काें की लंबाई करीब 167 किमी है. इसमें से एक पैकेज मनिकपुर – साहेबगंज पेव्ड सोल्डर के साथ फोरलेन सड़क का करीब 43 किमी लंबाई में निर्माण कराया जाना है. इस निर्माण कार्य में करीब 574 करोड़ रुपये की लागत लगेगी जिसके के लिए निर्माण एजेंसी के चयन की प्रक्रिया चल रही है. अन्य पैकेज के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जनवरी 2023 तक पूरा होने की संभावना है. ऐसे में इस सड़क का निर्माण 2023 की शुरुआत में शुरू हो जायेगा.
सूत्रों के अनुसार यह सड़क पटना एम्स से शुरू होकर सोनपुर (एनएच-19 बाइपास) होते हुए वैशाली – मानिकपुर – साहेबगंज – अरेराज होते हुए बेतिया (एनएच-727) में मिलेगी. एनएच-139 डब्ल्यू फोरलेन सड़क के अन्य तीन पैकेज के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है. इसमें अदलवारी से मानिकपुर तक 800 करोड़ की लागत से करीब 43 किमी लंबाई में निर्माण होगा.
Also Read: बिहार के पांच जिलों से गुजरेगी रामायण सर्किट की सड़क, अयोध्या से सीतामढ़ी का सफर होगा आसान
वहीं साहेबगंज – अरेराज करीब 38 किमी लंबाई में करीब 522 करोड़ की लागत से पेव्ड सोल्डर के साथ फोरलेन सड़क बनेगी. साथ ही अरेराज से बेतिया तक करीब 43 किमी लंबाई में करीब 1060 करोड़ रुपये की लागत से फोरलेन सड़क बनेगी. इस सड़क के बनने से पटना, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी और पश्चिम चंपारण जिलों को सीधा लाभ होगा.