अयांश के नाम पर पैसे ऐंठने ठग भी हो गये सक्रिय, 16 करोड़ वाले इंजेक्शन के लिए मदद करते समय रखें ध्यान
दुर्लभ बीमारी की चपेट में आए मासूम अयांश (Ayansh Singh) के नाम पर अब पैसा ऐंठने जालसाज सक्रिय हो गये हैं. फेसबुक व फोन पे ऐप से पैसे ठगी का मामला सामने आया है. जिसकी लिखित शिकायत अयांश के पिता ने थाने में की है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
Ayansh Singh Patna: दुर्लभ बीमारी की चपेट में आए मासूम अयांश (Ayansh Singh) के नाम पर अब पैसा ऐंठने जालसाज सक्रिय हो गये हैं. फेसबुक व फोन पे ऐप से पैसे ठगी का मामला सामने आया है. जिसकी लिखित शिकायत अयांश के पिता ने थाने में की है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. अयांश के लिए आर्थिक मदद करते समय आप भी पहले उनके माता-पिता और पैसे भेजने वाले अकाउंट की पूरी जानकारी जुटा लें. ताकि सही जगह आपका मदद पहुंचे और पैसा मासूम के इलाज में सहायक बन सके.
पटना में 10 माह का मासूम अयांश इस समय 16 करोड़ रुपये के एक इंजेक्शन(16 Crore Injection) का इंतजार कर रहा है. जिससे उसे नयी जिंदगी मिल सकती है. अयांश स्पाइनल मस्कुलर अट्रॉफी (Spinal Muscular Atrophy Type-1) नाम के बिमारी से जूझ रहा है. अयांश (Ayansh Singh) के माता-पिता इतनी बड़ी रकम को जुटाने के लिए सरकारी तंत्रों से आग्रह कर रहे हैं और इसके साथ ही क्राउड फंडिंग की मदद भी ले रहे हैं. उन्हें लोगों के द्वारा आर्थिक मदद भी मिल रही है जो अब करोड़-दो करोड़ के पार जा चुकी है.
अयांश देखते ही देखते सोशल मीडिया पर चर्चे में आ गया है. जिसके बाद उसकी बीमारी के लिए जरुरी महंगे इंजेक्शन की बात विधानमंडल में भी गूंजी. लोगों ने अलग-अलग माध्यम से आर्थिक मदद भी शुरू किया है. लेकिन इसी बीच अब जालसाज भी सक्रिय हो गये हैं. अयांश के नाम पर गलत तरीके से पैसे ऐंठ रहे हैं. जिसकी जानकारी बाद में अयांश के माता-पिता को हुई.
हिंदुस्तान समाचार पत्र के अनुसार, 7370822725 किसी का फर्जी मोबाइल नंबर है जिसपर फोन पे, गुगल पे, और पेटीएम अकाउंट बनाकर ठगी की जा रही है. जबकि इस नंबर के किसी अकाउंट का अयांश के घरवालों का कोई लेना-देना नहीं है. फेसबुक पर शिवानी पांडेय नाम से फेक अकाउंट बनाकर बच्चे का डिटेल लगातार शेयर किया जा रहा है और पैसे मांगे जा रहे हैं. अयांश के पिता ने इसकी लिखित शिकायत रुपसपुर थाने में की है. जिसके बाद मामले की जांच की जा रही है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan