पटना के गर्दनीबाग इलाके में स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के खाते का चेक क्लाेन कर अपराधियों ने पहले 1.44 लाख रुपये निकाल लिया और फिर से क्लोन चेक से पैसे निकालने के लिए दुबारा बैंक में जमा कर दिया. स्कूल का खाता सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की चितकाेहरा शाखा में है. लेकिन पहले से चेक क्लोन कर 1.44 लाख रुपये निकालने का मामला प्रकाश में आ चुका था, इसके कारण फिर 48 हजार और 47 हजार रुपये ट्रांसफर करने के लिए दिये गये चेक को रोक दिया गया.
जालसाजों द्वारा चेक क्लोन करने की इस हरकत से यह स्पष्ट हो गया कि जालसाजों ने उस स्कूल के कई चेक का क्लोन तैयार कर लिया है और उसका उपयोग स्कूल के खाते से पैसे निकालने के लिए कर रहे हैं. हालांकि जिन लोगों ने क्लोन चेक को बैंक में जमा किया, वे वापस नहीं आये. क्योंकि उन्हें कैश रकम नहीं लेनी था, बल्कि किसी अन्य खाते में रकम को ट्रांसफर कराना था.
स्कूल के खाते से 1.44 लाख रुपये को जालसाज द्वारा हाजीपुर स्थित यूकाे बैंक में मुन्ना सिंह नाम के व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर कराया गया था. उसके बाद ही स्कूल की प्राचार्या ने उस खाते से लेन-देन को बंद करा दिया था. प्राचार्या पूनम कुमारी ने बताया कि घटना के बाद गर्दनीबाग थाने को लिखित शिकायत दी गयी थी. लेकिन मामला दर्ज नहीं किया गया है.
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पटना के पीरबहोर थाने में धोखाधड़ी के एक अन्य मामले में सब्जीबाग जामुन गली निवासी मो आसिफ अहसन ने जमीन के नाम पर 2.25 करोड़ का गबन करने का आरोप लगाते हुए तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है. पीरबहोर पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी है. मो आसिफ अहसन ने पुलिस को दी गयी जानकारी में बताया है कि वे होटल व्यवसाय के साथ जमीन खरीद-बिक्री का काम भी करते हैं. बाेरिंग रोड की एक जमीन को खरीदने के लिए उन्होंने कुछ लोगों को 2.25 करोड़ रुपये दिया था. लेकिन उस जमीन का उन लोगों ने किसी और को एग्रीमेंट कर दिया. अब उस जमीन पर बाउंड्री व गेट लगाने का काम चल रहा है. इस दौरान स्टांप पेपर एग्रीमेंट बना कि पहली किस्त के रूप में उन्हें 80 लाख रुपया दे दिया जायेगा. इसके बाद उन्हें चेक भी दिया गया, जो बाउंस कर गया. वकील के माध्यम से नोटिस भी भेजा गया लेकिन कोई जबाव तक नहीं मिला.