पटना में लंगड़ा गैंग के दो शातिर गिरफ्तार, 30 से अधिक चेन स्नेचिंग की घटनाओं को दे चुके हैं अंजाम
पटना से चेन स्नेचिंग के आरोप में गिरफ्तार जुबैर व अमित कुमार वीरेंद्र लंगड़ा गिरोह से जुड़े हैं. लंगड़ा भी फिलहाल जेल में है. यह कुछ दिनों पहले ही शास्त्रीनगर थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था.
पटना के कई थाना क्षेत्रों में सोने की चेन की लूट हुई, लेकिन एक भी चेन बरामद नहीं की जा सकी और न ही अपराधियों की गिरफ्तारी हुई. लेकिन राजीव नगर थाने के आशियाना नगर फेज टू में 31 अगस्त की सुबह मॉर्निंग वॉक करने निकले आइएएस अधिकारी व बिहार तकनीकी आयोग के सदस्य राजेश्वर प्रसाद सिंह से जब अपराधियों ने सोने की चेन छीन ली तो पुलिस सक्रिय हो गयी और दो चेन स्नेचरों मो. जुबैर उर्फ आर्यन व अमित को गिरफ्तार करने के साथ ही लूट में प्रयुक्त काले रंग की पल्सर 220 बाइक बरामद कर ली गयी.
350 ग्राम गला हुआ सोना बरामद
गिरफ्तार दोनों आरोपियों की निशानदेही पर फुलवारीशरीफ में प्रियांश अलंकार ज्वेलर्स के मालिक संतोष कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया. इन लोगों के पास से करीब 100 ग्राम वजन का 12 पीस सोने की चेन और 350 ग्राम गला हुआ सोना बरामद किया गया है. उक्त गला हुआ सोना भी चेन की बतायी जा रही है. बरामद सोने की कीमत करीब 30 लाख रुपये है. इन दोनों ने राजीव नगर, शास्त्रीनगर, एसके पुरी, पाटलिपुत्र, रुपसपुर आदि थाना क्षेत्रों में 30 से अधिक चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम दिया है. पकड़ा गया जुबैर सब्जीबाग का रहने वाला है. लेकिन यह कभी भी अपने घर पर नहीं रहता था. इसने जक्कनपुर थाने के करबिगहिया व फुलवारीशरीफ इलाके में एक कमरा किराये पर ले रखा था और बराबर अपना ठिकाना बदलता रहता था. जुबैर का भाई मो. राजा भी चेन स्नेचर है और जेल में है जबकि अमित कुमार रामकृष्ण नगर इलाके में किराये का कमरा लेकर रहता था.
लाल जूते ने कराया गिरफ्तार
पटना शहर के अलग-अलग थानों में लगातार चेन स्नेचिंग की घटनाएं हो रही थीं. सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में भी इनकी तस्वीर आ रही थी. ये लोग पल्सर 220 बाइक पर सवार होकर घटना को अंजाम देते थे. लगातार हो रही चेन स्नेचिंग की घटनाओं से आम लोग के साथ ही पुलिस भी परेशान थी. खासकर ये दोनों मॉर्निंग वॉक करने वालों को अपना निशाना बना रहे थे. हर सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में एक बात कॉमन थी कि बाइक चलाने वाला जुबैर हमेशा लाल जूते में रहता था. इसके बाद पुलिस ने वैसे लोगों पर निगाह रखना शुरू कर दिया, जो लाल जूते पहने रहते थे. इसी बीच ये दोनों दीघा-आशियाना रोड में देखे गये और फिर पकड़ लिये गये. पकड़े जाने के बाद जुबैर ने पुलिस को यह बताया कि लाल जूता लकी था और कई घटनाओं को अंजाम देने के बाद भी उसे पुलिस नहीं पकड़ पायी थी.
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लंगड़ा गिरोह से जुड़े हैं दोनों
जानकारी के अनुसार, जुबैर व अमित कुमार वीरेंद्र लंगड़ा गिरोह से जुड़े हैं. लंगड़ा भी फिलहाल जेल में है. यह कुछ दिनों पहले ही शास्त्रीनगर थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद जुबैर का भाई भी जेल चला गया और फिर उसने अमित के साथ चेन स्नेचिंग का धंधा शुरू कर दिया. जुबैर लूटे गये सोने की चेन को फुलवारीशरीफ के स्वर्ण दुकानदार संतोष को कम कीमत पर बेच देता था. संतोष गिरोह के सदस्यों को जमानत कराने में भी मदद करता था.