पटना. जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी के कारण पटना में गंगा प्रमुख घाटों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. 24 घंटे में ही गंगा के जल स्तर में 12 से 16 सेमी की बढ़ोतरी हुई है. हाथिदह में गंगा खतरे के निशान से 57 सेमी ऊपर बह रही है. ऐसे में जिले में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है.
पटना जिला प्रशासन ने बाढ़ के खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी किया है. लोगों से गंगा में नहीं जाने की अपील की गयी है. बाढ़ के खतरे को देखते हुए तटबंधों और सुरक्षा दीवारों की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है. रविवार की रात तक पटना शहर की सुरक्षा दीवार सुरक्षित थी. गंगा में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम गश्त कर रही हैं.
रविवार शाम छह बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक मनेर में खतरे का निशान 52 मीटर है, यहां गंगा का जल स्तर 52.32 मीटर था. इससे एक दिन पूर्व मनेर में गंगा का जल स्तर 52.16 मीटर था. दीघा घाट में खतरे का निशान 50.45 मीटर है, रविवार को यहां जल स्तर 50.39 मीटर था. गंगा यहां शनिवार को 50.26 मीटर जल स्तर के साथ बह रही थी. इस घाट पर जल स्तर खतरे के निशान से अब भी नीचे है, लेकिन पानी लगातार बढ़ रहा है.
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गांधी घाट पर खतरे का निशान 48.60 मीटर है, रविवार को यहां जल स्तर 49.22 मीटर था. शनिवार शाम छह बजे यहां गंगा का जल स्तर 49.10 मीटर था. 24 घंटों में यहां 12 सेमी पानी बढ़ा है. फतुहा के कटेयाघाट पर खतरे का निशान 47 मीटर है, यहां यह रविवार को 47.65 मीटर के साथ बह रही थी. एक दिन पूर्व यहां जल स्तर 47.50 मीटर था. यहां भी 24 घंटे में जल स्तर 15 सेमी बढ़ गया है. हाथिदह में खतरे का निशान 41.76 मीटर है, यहां रविवार को गंगा का जल स्तर 42.33 मीटर था. इससे एक दिन पूर्व इसका जल स्तर 42.21 मीटर था. 24 घंटे में 12 सेंटीमीटर बढ़ा है.