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अंतरराज्यीय लुटेरा गिरोह का कुख्यात सरगना आठ सदस्यों समेत गिरफ्तार, सात मामलों का खुलासा

पटना जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुई लूट के सात से अधिक प्रकरण को पटना पुलिस की टीम ने सुलझा लिया है. टीम ने अंतरराज्यीय गिरोह के मुख्य सरगना संतोष कुमार उर्फ मामू समेत आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इन्होंने लूट, हत्या व डकैती की कई घटनाओं को अंजाम दिया था.

By Prabhat Khabar News Desk | May 11, 2020 11:28 PM

पटना : पटना जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुई लूट के सात से अधिक प्रकरण को पटना पुलिस की टीम ने सुलझा लिया है. टीम ने अंतरराज्यीय गिरोह के मुख्य सरगना संतोष कुमार उर्फ मामू समेत आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इन्होंने लूट, हत्या व डकैती की कई घटनाओं को अंजाम दिया था. लुटेरों के पास से एक स्कॉर्पियो गाड़ी, लूट के दो लाख रुपये, बैग, एक पिस्टल, छह जिंदा कारतूस, मोबाइल व दो बाइकें बरामद हुईं. इसका खुलासा सोमवार को कोतवाली थाने में एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने किया. गिरफ्तारी के बाद सभी अपराधियों को कोर्ट में पेशी के बाद देर शाम बेऊर जेल भेज दिया गया.

लग्जरी वाहन से लूट की घटनाओं को देते थे अंजामगिरफ्तार अपराधियों में वैशाली जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के लच्छीराम का रहने वाला मुख्य सरगना संतोष कुमार, पुनपुन निवासी मुकेश कुमार उर्फ बबलू, गर्दनीबाग रघुनाथ टोला का लक्ष्मण राय, फुलवारीशरीफ का अमित कुमार राय, बुद्धा कॉलोनी स्थित मंदिरी का कुंदन कुमार, पीरबहोर के बाकरगंज का विक्रांत कुमार, राजापुल का अमित कुमार उर्फ भोदू और राजीव नगर रोड नंबर 24 का निवासी रमेश कुमार कुल आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

पूछताछ के दौरान अपराधियों ने बताया कि लूट की घटनाओं को अंजाम देने के लिए वे लग्जरी वाहन का इस्तेमाल करते थे. बैंक व एटीएम से रुपये लेकर निकले वाले लोगों को टारगेट कर अपनी गाड़ी में बैठा कर रुपये छीनते थे. इतना ही नहीं रुपये देने से मना करने वालों को गोली मार कर फरार हो जाते थे. जंक्शन के पास सोना व्यापारी से लूट के बाद पुलिस ने बनायी टीम 24 अगस्त की रात पटना जंक्शन गोलंबर के पास बाकरगंज से कोलकाता 25 लाख रुपये लेकर जा रहे एक आभूषण दुकान के स्टाफ गोकुल कुमार को अपराधरियों ने गोली मार रुपये से भरा बैग छीन लिया था. पुलिस के अनुसार घटना की साजिश चौरसिया लॉज के मालिक के बेटे विक्रांत कुमार ने रची थी.

लुटेरों ने कबूल किया है कि बैग में 25 लाख रुपये थे, लेकिन इन्कम टैक्स से बचने के लिए आभूषण मालिक की ओर से महज तीन लाख रुपये लूट की एफआइआर दर्ज करायी गयी थी. पुलिस ने विक्रांत के मोबाइल नंबर से लोकेशन चेक किया. अहम सुराग हाथ लगने के बाद क्राइम ब्रांच और कोतवाली थाने की पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी, जिसमें मिलर हाइ स्कूल के पास से विक्रांत को पकड़ा गया. इसके बाद बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया गया. कई अन्य राज्यों में की है लूटपुलिस के अनुसार संतोष कुमार व मुकेश कुमार ने पटना अलावा उत्तर प्रदेश, कोलकाता, धनबाद, दिल्ली आदि जगहों पर लूट की घटना को अंजाम दिया है.

उन्होंने पटना जिले के दानापुर में 22 अक्तूबर 2017 को पिस्टल के बल पर लूट, 2017 में मसौढ़ी, 29 अगस्त 2016 को धनरूआ में डकैती, 19 अप्रैल को परसा बाजार, 5 मई 2020 को कदमकुआं और 11 फरवरी 2019 को कदमकुआं थाना क्षेत्र में लूट व डकैती की घटनाओं को अंजाम दिया. लूट के रुपये से सट्टेबाजी कर कर्ज में डूब गया था लाइनर पूछताछ में लुटेरों ने बताया कि बाकरगंज स्थित चौरसिया बिल्डिंग में करीब आधा दर्जन से अधिक ज्वेलरी की दुकानें हैं. टैक्स चोरी की वजह से दुकानदार कोलकाता कैश भेजकर ज्वेलरी मंगवाते हैं. इसकी जानकारी विक्रांत को लगने पर उसने गोकुल को गोली मार लूट की योजना बनायी. विक्रांत को आइपीएल व दूसरे क्रिकेट टूर्नामेंट में सट्टेबाजी की आदत थी. सट्टेबाजी में रुपये हारने के बाद वह कर्ज में डूब गया था.

तब उसने अपनी ही बिल्डिंग में चल रहे ज्वेलरी शॉप के कैश को लूटने का प्लान बनाया. इसके बाद विक्रांत ने वैशाली के रहने वाले संतोष को अपने प्लानिंग का हिस्सा बनाया. कैश लूटने के बाद अपराधी अपने एक ठिकाने पर चले गये. वहीं पर कैश का बंटवारा हुआ था. अपराधियों ने आपस में तीन-तीन लाख रुपये बांटे थे.

एसएसपी टेक्निकल सर्विलांस की मदद से मुख्य सरगना समेत लुटेरा गैंग के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के दौरान इन लोगों ने कई अहम सुराग पुलिस को बताये हैं, जिन पर पुलिस ने कार्य शुरू कर दिया है. जल्द ही पुलिस और अहम खुलासा करेगी. फिलहाल गिरफ्तार अपराधियों को जेल भेज दिया गया है. उपेंद्र कुमार शर्मा, एसएसपी पटना

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