संवाददाता, पटना
पटना शहर की तरह गावोंं में भी स्वच्छता को लेकर घरों से कचरा कलेक्शन हो रहा है. यह सुविधा मिलने पर लोग यूजर चार्ज देने लगे हैं. जिले के ग्रामीण इलाके में यूजर चार्ज में एक करोड़ 10 लाख रुपये मिले है. स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों में भी घरों से कचरा कलेक्शन की सुविधा शुरू हुई है. इसके लिए पंचायतों में स्वच्छता कर्मी के साथ सुपर वाइजर तैनात हैं. सूत्र ने बताया कि पहले घरों से कचरा कलेक्शन होने पर भी यूजर चार्ज नहीं मिलता था. अब समझाने पर लोग यूजर चार्ज देने में रुचि दिखा रहे हैं. हर घर से 30 रुपये लिये जाते हैं. यूजर चार्ज देने के लिए मुखिया, वार्ड सदस्य लोगों को जागरूक कर रहे हैं. हालांकि, बहुत सारी पंचायतों में अब भी घरों से कचरा कलेक्शन होने पर यूजर चार्ज नहीं मिल रहा है. उन पंचायतों में जीविका दीदियों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. सूत्र ने बताया कि पंचायतों में स्कूलों, सरकारी भवनों की दीवारों पर ‘एक रुपये स्वच्छता के नाम’ स्लोगन से लोगों में जागरूकता बढ़ी है. स्वच्छता कर्मी भी अब घरों से कचरा कलेक्शन करने में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. पांच पंचायतों में अब तक कचरा कलेक्शन जिले में ग्रामीण इलाके में कुल 4148 वार्डों में सिर्फ 56 वार्डों में घरों से कचरा कलेक्शन की सुविधा शुरू नहीं हुई है. बिक्रम प्रखंड की अराप व वजीरपुर, पुनपुन प्रखंड की वराह व पारथु, फतुहा प्रखंड की मसाढ़ पंचायत में घरों से कचरा कलेक्शन नहीं हो रहा है. सूत्र ने बताया कि इन पंचायतों में शीघ्र कचरा कलेक्शन का काम शुरू होगा. स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों में घरों से कचरा कलेक्शन करनेवाले स्वच्छता कर्मियों व सुपर वाइजरों के लिए प्रति माह मानदेय भुगतान के लिए राशि जारी की गयी है. इस मद में जिले को लगभग 18 करोड़ रुपये मिले हैं.
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