Garib Rath Coach : पटना. रेलवे न सिर्फ ट्रेनों की गति तेज कर रहा है, बल्कि पारंपरिक ट्रेनों को नए सुविधाजनक कोच में बदल रहा है. इसी कड़ी में गरीब रथ से सफर करने वाले यात्रियों के लिए खुशी की बात है. गरीब रथ में अब प्रीमियम ट्रेन जैसी यात्रा का सुख आनंद मिलने वाला है. भारतीय रेल ने कुछ गरीब रथ एक्सप्रेस के रोलिंग स्टॉक यानी कोच में महत्वपूर्ण परिवर्तन करने का फैसला किया है. अब इन गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेनों में परंपरागत आईसीएफ कोच के बजाय जर्मन तकनीक से बने एलएचबी कोच लगाए जा रहे हैं.
10 अप्रैल से बदलेगी सूरत
यह बदलाव 10 अप्रैल 2024 से हो रहा है. पहले चरण में जिन ट्रेनों के रैक में बदलाव किया जाएगा, उनमें आरा से गुजरने वाली आनंदविहार-जयनगर गरीब रथ एक्सप्रेस शामिल है. गरीब रथ में इन कोच के बदलने के बाद भी पुराने दरों से ही किराया वसूला जाएगा. किराया में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं होगा. लोगों के लिए सुविधाएं बढ़ जाएंगी. कम किराये में करने का मजा अब दोगुना हो जाएगा.
26 गरीब रथ ट्रेनों में मिलेगी यह सुविधा
रेलवे पूर्व मध्य रेलवे सहित देशभर की 26 गरीब रथ ट्रेनों में यह सुविधा शुरू करने जा रही है. हाजीपुर रेलवे जोन के सीपीआरओ बीरेंद्र कुमार ने बताया कि अभी फिलहाल तीन गरीब रथ ट्रेनों को 10 अप्रैल से लेकर 13 अप्रैल के बीच अपग्रेड कर दिया जाएगा. देश के गरीब वर्ग के लोगों को कम पैसे में प्रीमियम ट्रेनों जैसी तेज गति के साथ सफर करने का अनुभव देने के लिए गरीब रथ एक्सप्रेस सेवा शुरू की गई थी. गरीब रथ ट्रेनें दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-चेन्नई, पटना-कोलकाता जैसे सभी अहम मार्गों पर दौड़ती हैं. पुराने कोचों में यात्रियों को बहुत दिक्कत हो रही थी.
Also Read: Bihar: पटना के निजी स्कूल की टाइमिंग में बदलाव, गर्मी को लेकर ग्राउंड असेंबली बंद
किराया पर नहीं होगा कोई असर
आनंद विहार से बिहार के चार महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ने वाली इन गरीब रथ एक्सप्रेस में नए कोच लगने के साथ ही बर्थ की संख्या भी बढ़ जाएंगी. अभी भागलपुर जाने वाली गरीब रथ ट्रेन में स्लीपर क्लास के डिब्बों के साथ साथ एसी चेयर कार के डिब्बे भी लगते हैं. अब इसमें सिर्फ एसी थ्री टियर इकोनॉमी के डिब्बे ही लगेंगे. बिहार जाने वाली शेष ट्रेनों में अभी तक एसी स्लीपर के 16 डिब्बे लगाए जा रहे थे. अब सभी गरीब रथ ट्रेन में एसी स्लीपर इकोनॉमी के 20 डिब्बे और ट्रेन के आगे और पीछे एक-एक गार्ड सह जनरेटर वाले डिब्बे होंगे. स्लीपर डिब्बे बढ़ने की वजह से प्रत्येक गरीबरथ एक्सप्रेस में एसी स्लीपर कोच के 352 बर्थ बढ़ जाएंगे.