बोधगया. कोरोना महामारी के हालात सामान्य होने के बाद बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के बोधगया आगमन को लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है. दो वर्षों के बाद दलाई लामा बोधगया आयेंगे और कालचक्र मैदान में बौद्ध धर्मगुरु की तीन दिवसीय टीचिंग भी तय है. 29, 30 व 31 दिसंबर को कालचक्र मैदान में दलाई लामा बौद्ध लामा, भिक्षुणी व विभिन्न देशों के बौद्ध श्रद्धालुओं को प्रवचन देंगे. इसके बाद एक जनवरी को दलाई लामा के दीर्घायु होने के लिए विशेष प्रार्थना का आयोजन भी कालचक्र मैदान में ही किया जायेगा.
दलाई लामा का प्रवचन सुनने के लिए हजारों की संख्या में उनके अनुयायी के साथ बौद्ध लामा व भिक्षुणी बोधगया पहुंचेंगे. एक साथ हजारों की संख्या में बोधगया पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा को लेकर जिला प्रशासन भी तैयारी शुरू कर दी है. डीएम डॉ त्यागराजन रविवार को बोधगया पहुंचे और दलाई लामा के आगमन के मद्देनजर की जाने वाली व्यवस्था का अपने स्तर पर जायजा लिया. दलाई लामा के प्रवास स्थल तिब्बत मोनास्टरी के साथ ही कालचक्र मैदान व महाबोधि मंदिर क्षेत्र का जायजा लिया.
डीएम ने बताया कि अब सोमवार को बोधगया में विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारी पर विमर्श किया जायेगा. संबंधित बिंदुओं पर चर्चा के उपरांत उसे कार्यान्वित कराने का टास्क सौंपा जायेगा. उल्लेखनीय है कि 22 दिसंबर को दलाई लामा के बोधगया आगमन की संभावना है. उनके बोधगया में 20 जनवरी तक प्रवास करने की भी सूचना मिल रही है.
दलाई लामा के बोधगया आगमन व उनके प्रवास के दौरान बोधगया की सुरक्षा को सख्त कर दी जायेगी. इसे लेकर लगभग दो हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया जायेगा. पुलिस मुख्यालय से सुरक्षाकर्मियों की मांग की गयी है और उससे पहले बोधगया क्षेत्र की मुकमल जांच भी की जायेगी. सुरक्षा में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाये, इसे लेकर सोमवार को एसएसपी हरप्रीत कौर पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रणनीति तय करेंगी.
एसएसपी ने बताया कि सुरक्षा के मसले पर तैयारी शुरू कर दी गयी है और सोमवार को आहूत बैठक में संबंधित बिंदुओं पर निर्णय किया जायेगा. उन्होंने बताया कि दलाई लामा की सुरक्षा तीन स्तरीय होती है और इसे लेकर तैयारी की जा रही है. उनके बोधगया प्रवास के दौरान दो हजार से ज्यादा जवानों व पदाधिकारियों को तैनात किया जायेगा.