बिहार के बेगूसराय से भाजपा सांसद सह केंद्र सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह(Giriraj Singh) ने हनुमान जयंती व रामनवमी के दौरान जुलूस पर हुए हमले पर अपनी प्रतिक्रिया दी और जमकर बरसे. एआइएमआइएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के ऊपर भी भाजपा के फायर ब्रांड नेता जमकर बरसे और उन्हें नसीहत भी दी. गिरिराज सिंह ने सवाल किये हैं कि क्या रामनवमी और हनुमान जयंती के जुलूस अब पाकिस्तान, बांग्लादेश या अफगानिस्तान से निकाले जाएंगे…
बीजेपी के सांसद सह मोदी सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि दिल्ली के जहांगिरपुरी में हनुमान जयंती के दौरान हुआ हमला यह साबित करता है कि देश को अस्थिर करना और अपना ताकत दिखाना है. एआइएमआइएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोलते हुए गिरिराज सिंह ने उन्हें जिन्ना की सोच वाला बताया.
गिरिराज सिंह ने कहा कि ओवैसी कहते हैं कि उस गली होकर जुलूस क्यों जाता है. उनसे सवाल करता हूं कि क्या वो देश को बांट चुके हैं कि ये मुस्लिम की गली है और वो हिंदू की? गिरिराज सिंह ने विभेद करने का आरोप लगाया.
गिरिराज सिंह ने कहा कि जो देश में धार्मिक उन्माद फैलाते हैं लेकिन देश के तथाकथित सेक्युलर पार्टी के लोग गंगा-जमुनी संस्कृति की बात करते हैं. आखिर ये कौन सी गंगा-यमुना संस्कृति है. क्या आजतक कभी तजिया के जुलूस पर हमला हुआ है. कहा कि ये वही लोग हैं जो भारत में शरिया कानून लाना चाहते हैं. ये वहीं लोग हैं जो कभी हिजाब तो कभी सीएए के नाम पर देश को बर्बाद और तबाह करने वाले हैं. उन्होंने ओवैसी का नाम लेते हुए जिन्ना के डीएनए की भी बात कर दी.
गिरिराज सिंह ने कहा कि ये इस देश में नहीं चलने वाला है. लोग हमारी सहिष्णुता की परीक्षा नहीं लें. इसका समय अब बीत रहा है. पाकिस्तान में जो हमारी मंदिरें थी वो टूट गयी और हमारी बेटियां मंडप तक से उठ गयीं. गिरिराज सिंह ने कहा कि 3 करोड़ से 30 करोड़ तक होने के बाद भी हमने गले लगाया. आपके तीन हजार से तीन लाख मस्जिद हुए तब भी आपत्ति दर्ज नहीं कराया. जबकि हमारी मंदिरें टूट गयी और आबादी गिर गयी.
गिरिराज सिंह ने दिल्ली, राजस्थान और मध्यप्रदेश में हाल में हुई घटना को लेकर कहा कि ऐसी घटना उधर होती तो राहुल गांधी जैसे लोग पॉलटिकल टूरिज्म करने जाते और लालू यादव जो बीमार हैं वो भी उठकर चले जाते और कुछ भी मांग करते. कहा कि भारत के अंदर हमारी धार्मिक स्वतंत्रता और देवी देवता के पूजा पर ना रोक लगा है और ना ही लगेगा. बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली हिंसा पर पुलिस की कार्रवाई को एकतरफा बताया है.