बिहार में शराबबंदी पर गिरिराज सिंह का तंज, बोले- शराब भगवान की तरह हो गई है, जो दिखाई नहीं देती
गिरिराज सिंह ने संसद के बाहर कहा कि नीतीश कुमार को शराबबंदी के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए और उसके अनुसार फैसला करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर कोई नीति सफल नहीं होती है तो उस पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सहित भाजपा के कई नेताओं ने छपरा में हुई संदिग्ध मौतों को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर निशान साधा है. गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शराबबंदी नीति पर पुनर्विचार करने की मांग करते हुए दावा किया कि राज्य सरकार नकली शराब की अवैध बिक्री पर रोक लगाने में विफल रही है, जिससे मौतें हो रहीं और अपराध बढ़ रहा. बताया दें कि मीडिया में आई खबरों के अनुसार छपरा में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है.
बुलानी चाहिए सर्वदलीय बैठक
गिरिराज सिंह ने संसद के बाहर कहा कि नीतीश कुमार को शराबबंदी के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए और उसके अनुसार फैसला करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर कोई नीति सफल नहीं होती है तो उस पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए. पाटलिपुत्र के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने भी गिरिराज सिंह के विचार से सहमति जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को शराबबंदी को निजी प्रतिष्ठा का विषय नहीं बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि उन्हें या तो इसे प्रभावी ढंग से लागू करना चाहिए, या इस्तीफा देना चाहिए.
बता दें कि सारण जिले में मंगलवार की रात कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने मृतकों की संख्या छह बताई है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने आरोप लगाया है कि यह संख्या इससे कहीं अधिक है. वहीं मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार यह संख्या 21 तक पहुंच चुकी है.
शराब भगवान की तरह हो गई
गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार में हर दिन जहरीली शराब के कारण लोगों की मौत हो रही है, जबकि नीतीश कुमार अपनी नीति पर अड़े हुए हैं, जो विफल हो चुकी है. अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं. शराब भगवान की तरह हो गई है, जो दिखाई नहीं देती, लेकिन राज्य में हर जगह मौजूद है.
गिरिराज सिंह ने की सीएम की आलोचना
गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि जो कथित रूप से जहरीली शराब के कारण हुई मौतों को लेकर अपनी सरकार पर राज्य विधानसभा में भाजपा सदस्यों के हमले के कारण भड़क गए थे. सिंह ने कहा कि सीएम का यह आचरण उनकी हताशा को दर्शाता है क्योंकि सत्ता पर उनकी पकड़ कमजोर हो गई है.