बिहार में चलने वाल ट्रेनों पर अक्सर बच्चों को भीख मांगते देखा जाता है. वहीं सड़कों पर भी ये दृश्य आम बन चुका है. चौराहों व सिग्नल पर अलग-अलग उम्र के बच्चे अक्सर भीख मांगते दिखते हैं. वहीं अक्सर बच्चा चोरी व गायब होने की घटनाए भी कई अलग-अलग शहरों से सामने आती रहती हैं. तो इस बीच यह सवाल काफी मामलों के सामने आने पर उठना जरूरी हो जाता है कि क्या सूबे में बच्चा चोरी करने वाला गिरोह सक्रिय है. जो बच्चों को गायब कर उनसे भीख मंगवाने का धंधा चलाता है. भागलपुर से एक ऐसा मामले सामने आया है जो इन सदेह को बल देता है.
भागलपुर जिला पुलिस के पास एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. पुलिस ने तीन साल पहले अपह्रत एक बच्ची को पुलिस भीख मांगते हुए बरामद किया है. जिसके बाद बच्ची को उसके परिवारवालों को सौंपा गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बच्ची तीन साल पहले बांका के अमरपुर निवासी दिलीप पासवान की बेटी घर के बाहर खेलते हुए अचानक गायब हो गयी थी. काफी दिनों तक खोजबीन करने के बाद भी बच्ची का कोई सुराग नहीं मिल सका था. पुलिस ने उस समय इस मामले में एक गिरफ्तारी भी की थी.
इस बीच तीन साल के बाद अब शुक्रवार को दिलीप पासवान के एक रिश्तेदार को ट्रेन में सफर करने के दौरान वह बच्ची भीख मांगते दिखी. जिसके बाद इसकी सूचना उसने बच्ची के पिता को दी. पिता की सूचना पर जगदीशपुर पुलिस ने बच्ची को किसी बालेश चौधरी के पास से बरामद किया है. वहीं बालेश चौधरी से पुलिस पुछताछ कर रही है और पूरे मामले की जांच की जा रही है. पुलिस ने बच्ची के माता-पिता के द्वारा बच्ची की पहचान किए जाने के बाद उसे उनके पास सौंप दिया है.
गौरतलब है कि आए दिन बच्चों के गायब होने और बच्चों से भीख मंगवाने वाली घटनाओं का खुलासा होता रहा है. सूबे की राजधानी पटना के ट्रैफिक सिग्नलों पर भी अक्सर बच्चे बदहाल हालत में भीख मांगते देखे जाते हैं. वहीं इन बच्चों के द्वारा जुटाए गए पैसे को लेने के लिए अधेड़ उम्र के व्यक्तियों को भी उनके आस-पास भटकते देखा जाता है.
Posted By :Thakur Shaktilochan